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अपोलोमेडिक्स में शुरू हुआ 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का कोविड वैक्सिनेशन

अपोलोमेडिक्स में शुरू हुआ 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का कोविड वैक्सिनेशन

लखनऊ: सरकार के निर्देशानुसार...Anonymous

लखनऊ: सरकार के निर्देशानुसार राजधानी के अपोलोमेडिक्स अस्पताल 18 वर्ष से आयु वाले सभी लोगों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिक अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पहुंच कर वैक्सीन लगवा सकते हैं। अस्पताल में कोविशिल्ड और कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन उपलब्ध हैं और आने वाले दिनों में स्पुतनिक वैक्सीन भी उपलब्ध हो जाएगी।


इस बाबत जानकारी देते हुए अपोलो मेडिक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीईओ व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर मयंक सोमानी ने बताया, "कोरोना के खिलाफ निर्णायक जंग में वैक्सीन ही एक मात्र अचूक हथियार है। मेरा सभी से अनुरोध है कि वैक्सीन को लेकर भ्रांतियों पर ध्यान न देते हुए तुरंत वैक्सीनेशन करवा लेना चाहिए। वैक्सीन के जो दुष्प्रभाव बताये जा रहे हैं, वे बहुत ही सामान्य से हैं और हम सभी ने इन लक्षणों को बीसीजी का वैक्सीन लेने के बाद भी महसूस किया है। दुनिया भर में किए गए शोध के अनुसार वैक्सीन दवाओं की तरह बीमारी का इलाज नहीं करतीं, बल्कि बीमारी होने से ही रोक देती है।"

वैक्सीन की दो डोज लगाए जाने पर उन्होंने बताया, "वैक्सीन का दूसरा डोज बूस्टर डोज की तरह होता है और आपके शरीर मे प्रतिरोधक क्षमता को बड़ा देता है। यदि आप पहली डोज लेने के बाद कोरोना से संक्रमित हो जाते हैं तो बिल्कुल भी न घबराएं। वैक्सीन की पहली डोज आपके अंदर रोग प्रतिरोध क की क्षमता को बढ़ा चुकी होती है और कोरोना वायरस का आपके शरीर पर बहुत कम प्रभाव होता है। ठीक होने के एक महीने बाद आप डॉक्टर की सलाह से वैक्सीन की दूसरी डोज अवश्य लगवा लें।

डॉ सोमानी ने बताया कि वैक्सीन लगवाने के बाद डॉक्टरों की सलाह का पालन कर आप अपने अंदर कोरोना के लिए शक्तिशाली प्रतिरोधक क्षमता विकसति कर सकते हैं। इसलिए बेफिक्र होकर कोरोना के खिलाफ इस निर्णायक जंग में वैक्सीनेशन को अपना हथियार बनाएं, खुद को और अपने परिजनों को इस महामारी का शिकार होने से बचाएं।"

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