पहला बड़ा मंगल आज: संकटों से रक्षा और सिद्धियों का विशेष योग, हनुमान जी की आराधना का उत्तम समय

पहला बड़ा मंगल आज: संकटों से रक्षा और सिद्धियों का विशेष योग, हनुमान जी की आराधना का उत्तम समय
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आज, ज्येष्ठ मास का पहला मंगलवार है, जिसे उत्तर भारत सहित कई क्षेत्रों में 'बड़ा मंगल' के रूप में अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस पवित्र दिन को लेकर मान्यता है कि जो भक्त संकटमोचन हनुमान जी का विधिपूर्वक पूजन करते हैं, उन्हें जीवन की समस्त बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है। 2025 में ज्येष्ठ महीने में कुल 5 बड़े मंगल पड़ने वाले हैं, और आज का दिन इस पुण्य श्रृंखला का पहला शुभ आरंभ है।

बड़ा मंगल विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ, काशी, प्रयागराज और कानपुर जैसे नगरों में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। इन शहरों में हनुमान मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें सुबह से ही लग जाती हैं। भक्तजन भजन-कीर्तन, हनुमान चालीसा पाठ, और प्रसाद वितरण जैसे सेवा कार्यों में भाग लेते हैं। कई स्थानों पर सार्वजनिक भंडारे और निशुल्क स्वास्थ्य सेवा शिविर भी लगाए जाते हैं। यह परंपरा भक्तों में आपसी सहयोग, सेवा और आस्था की भावना को और गहराई देती है।

बड़ा मंगल का धार्मिक महत्व और आध्यात्मिक रहस्य

शास्त्रों के अनुसार, ज्येष्ठ मास में आने वाले मंगलवारों का विशेष महत्व है क्योंकि इन्हीं दिनों में हनुमान जी ने राक्षसी शक्तियों पर विजय पाई थी और अपने भक्तों की रक्षा के लिए अनेक रूपों में प्रकट हुए थे। यह समय मंगल ग्रह की दोष शांति, शत्रु बाधा, कार्य में रुकावट, और स्वास्थ्य संबंधी कष्टों के निवारण के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

भक्तों के लिए यह समय हनुमान जी की उपासना के माध्यम से आत्मबल, साहस और मनोकामना पूर्ति का अवसर होता है। विशेष रूप से जो व्यक्ति जीवन में अस्थिरता, असफलता, या मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं, उन्हें हनुमान जी की पूजा से मानसिक शांति और ऊर्जा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यता है कि इन दिनों किया गया व्रत और पूजन शीघ्र फलदायक होता है।

2025 में पड़ने वाले सभी 5 बड़े मंगल — तिथियों की सूची

साल 2025 में ज्येष्ठ माह के अंदर निम्नलिखित तिथियों को बड़ा मंगल मनाया जाएगा:

1. 13 मई 2025 – पहला बड़ा मंगल

2. 20 मई 2025 – दूसरा बड़ा मंगल

3. 27 मई 2025 – तीसरा बड़ा मंगल

4. 3 जून 2025 – चौथा बड़ा मंगल

5. 10 जून 2025 – पाँचवाँ बड़ा मंगल

इन सभी मंगलवारी तिथियों पर यदि कोई श्रद्धालु नियमित रूप से पूजा, उपवास या सेवा कार्य करता है तो उसके जीवन में आने वाले विघ्न-बाधाएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं।

हनुमान जी की पूजा विधि और विशेष उपाय

बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा के लिए प्रातःकाल स्नान कर, लाल वस्त्र धारण कर मंदिर जाएं। उन्हें लाल सिंदूर, चमेली का तेल, गुड़-चना, और बेसन के लड्डू का भोग अर्पित करें। हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करें। इस दिन “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का 108 बार जाप करने से विशेष लाभ मिलता है।

विशेष उपायों में—मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति इस दिन पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर हनुमान जी का ध्यान करें। यह सरल लेकिन प्रभावी उपाय जीवन की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।

बड़ा मंगल एक ऐसा पर्व है जो केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि यह हमें हनुमान जी की तरह निर्भय, दृढ़ निश्चयी और कर्तव्यपरायण बनने की प्रेरणा देता है। यह पर्व संकटों से टकराने, बाधाओं को पार करने और धर्म के पथ पर अडिग रहने का उत्सव है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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