भक्ति में डूबे विराट-अनुष्का: संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, राधा नाम की महिमा से हुई भावविभोर

बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली इन दिनों न केवल सुर्खियों में हैं, बल्कि आध्यात्मिक जगत में भी एक नई चेतना का संदेश बनकर उभरे हैं। हाल ही में इस प्रसिद्ध जोड़ी ने संत प्रेमानंद महाराज से भेंट की, जो भक्ति मार्ग और राधा नाम जप की अलौकिक महिमा के लिए प्रसिद्ध हैं। इस मुलाकात के दौरान अनुष्का शर्मा उस दिव्य वातावरण में इतनी भावविभोर हो गईं कि उनकी आंखें नम हो गईं और मन पूरी तरह से भक्ति में विलीन हो गया।
सत्संग के दौरान प्रेमानंद महाराज ने राधा नाम की अद्वितीय महत्ता पर प्रकाश डाला और बताया कि "राधा" नाम केवल उच्चारण नहीं, बल्कि आत्मा की परम शुद्धि और ईश्वर से मिलन का माध्यम है। उन्होंने कहा कि संसार के सभी दुखों का समाधान प्रेम में है, और राधा नाम का जप उस प्रेम की चरम अवस्था है, जो आत्मा को भगवान से जोड़ता है। उनके इन वचनों ने अनुष्का और विराट दोनों को गहराई से प्रभावित किया।
संतों की शरण में सेलिब्रिटी जोड़ी: विराट और अनुष्का की आध्यात्मिकता की ओर बढ़ती यात्रा
हाल के वर्षों में देखा गया है कि विराट और अनुष्का दुनियावी उपलब्धियों के बीच आध्यात्मिक यात्रा की ओर भी अग्रसर हैं। कभी नीम करौरी बाबा के आश्रम में दर्शन, कभी वैदिक अनुष्ठानों में सहभाग—इनकी आस्था अब केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समाज को प्रेरणा देने वाली बनती जा रही है। इस बार जब वे प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे, तो वहाँ की शांति, सात्त्विक ऊर्जा और भक्तिरस में डूबे वातावरण ने उन्हें अंदर तक छू लिया।
जहाँ विराट कोहली ने संत के चरणों में झुककर आशीर्वाद लिया, वहीं अनुष्का ने पूरी श्रद्धा से सत्संग में भाग लिया और ध्यानपूर्वक राधा नाम की व्याख्या को सुना। सूत्रों के अनुसार, इस भेंट के बाद दोनों ने राधा नाम का नियमित जप आरंभ करने का भी संकल्प लिया है। यह उदाहरण दर्शाता है कि कैसे आधुनिक युग के सफलतम व्यक्ति भी अंततः ईश्वर की ओर लौटते हैं और आत्मिक शांति की तलाश में साधु-संतों की शरण लेते हैं।
प्रेमानंद महाराज का संदेश: “राधा नाम जपो, तो जीवन में प्रेम और शांति दोनों मिलते हैं”
प्रेमानंद महाराज ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए राधा नाम के गूढ़ रहस्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने समझाया कि राधा नाम केवल भक्ति नहीं, बल्कि वह ऊर्जा है जो कृष्ण प्रेम की पराकाष्ठा तक ले जाती है। यह नाम जप मन के विकारों को समाप्त करता है और व्यक्ति को सहज रूप में ईश्वर के निकट पहुंचा देता है।
उनके अनुसार, जब कोई भी जीव राधा नाम को हृदय से जपता है, तो उसका अंतरमन प्रेम, करुणा और समर्पण से भर जाता है। यही कारण है कि उन्होंने विराट और अनुष्का जैसे युवा, प्रसिद्ध व्यक्तित्वों के इस मार्ग पर अग्रसर होने को समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत बताया।
संस्कृति में आध्यात्मिक चेतना का उदय
अनुष्का शर्मा और विराट कोहली की यह भक्ति यात्रा यह दर्शाती है कि धर्म और अध्यात्म केवल किसी आयु, वर्ग या पेशे से बंधे नहीं होते। जब मन भटकता है, तो आत्मा स्वयं संतों की ओर खिंचती है। प्रेमानंद महाराज से मिली आध्यात्मिक ऊर्जा और राधा नाम के रस में डूबी यह मुलाकात न केवल इस युगल के लिए, बल्कि उनके लाखों प्रशंसकों के लिए भी प्रेरणादायक संदेश है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।