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तेजप्रताप नहीं बनना चाहते थे एेश्वर्या के रांझा , FB पर लिखा था-इश्क और क्रांति....

तेजप्रताप नहीं बनना चाहते थे एेश्वर्या के रांझा , FB पर लिखा था-इश्क और क्रांति....

तेजप्रताप के तेवर से लालू...Editor

तेजप्रताप के तेवर से लालू परिवार में नए विवादों का बवंडर अचानक नहीं आया है, बल्कि इसकी पटकथा ऐश्वर्या राय के साथ शादी के करीब एक महीने बाद से ही लिखी जाने लगी थी। लालू के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक शादी के हफ्ते-दो हफ्ते तक तेजप्रताप और ऐश्वर्या में अच्छी पटरी थी। सबकुछ रास्ते पर था। जून के आखिरी हफ्ते से दोनों की जिंदगी बेमेल चलने लगी। इसकी तस्दीक सोशल मीडिया पर अति सक्रिय रहने वाले तेजप्रताप के पोस्ट से भी की जा सकती है।

ऐश्वर्या को कभी साइकिल तो कभी घोड़े पर बिठाकर तस्वीरें खिंचवाने वाले तेजप्रताप ने अदालत में तलाक के लिए अर्जी देने के पहले ही उससे जुड़ी सारी यादें मिटाने की कोशिश की है। पहली मुलाकात से लेकर बाद तक जितनी तस्वीरें उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर डाली थी, सबको डिलीट कर दिया है। जैसे ऐश्वर्या को वह जानते भी नहीं हैं।

शादी के दौरान कई तस्वीरें अपलोड की गई थीं, जिनका अब कोई अता-पता नहीं है। यहां तक कि शादी के एक दिन पहले बाबा रामदेव के साथ की चार तस्वीरें हैं, जिसमें तेजप्रताप खुद हैं।

उस दौरान हल्दी के रस्म से लेकर बारात की विदाई और वेटनरी कालेज परिसर में जयमाला कार्यक्रम से संबंधित उन्होंने मां राबड़ी देवी, बहन मीसा भारती और ऐश्वर्या के साथ कई एंगल से कई तस्वीरें डाली थी, जिनपर बहुत सारे मित्रों एवं समर्थकों के कमेंट भी आए थे।

तेजप्रताप के फेसबुक एकाउंट पर नजर डालने पर शादी के बाद की मन:स्थिति पता चलती है। ऐश्वर्या से दूरी बढऩे के दौरान ही तेजप्रताप के फेसबुक पर दो लाइन की लिखी शायरी भी चौंकाती है। उसमें लिखा है-जब इश्क और क्रांति का अंजाम एक ही है तो रांझा बनने से अच्छा है भगत सिंह बन जाना।

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