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शादी के बाद लिव इन में रहते थे दोनों, प्यार का हुआ ऐसा अंत, दहल गया दून...

शादी के बाद लिव इन में रहते थे दोनों, प्यार का हुआ ऐसा अंत, दहल गया दून...

आठवीं पास समरजहां शादी से पहले...Editor

आठवीं पास समरजहां शादी से पहले ही दवा कारोबार से जुड़ी और इसी दौरान वह दवा विक्रेता राकेश कुमार गुप्ता के संपर्क में आई थी। समरजहां का निकाह गाजियाबाद के दादरी इलाके में हुआ था, लेकिन वह ससुराल में एक माह ही रह पाई थी। शौहर से तलाक के बाद समरजहां दवा विक्रेता के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी थी। करीब ढाई साल वह रुड़की में रही और कुछ ही दिन पहले देहरादून आई थी। मुजफ्फरनगर पुलिस की मदद से खंगाली गई पारिवारिक पृष्ठभूमि में कई चौंकाने वाली बात सामने आई हैं। सात मई की रात सहस्त्रधारा रोड पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर समरजहां की हत्या कर दी थी। मुजफ्फरनगर में न्याजूपुरा निवासी समरजहां उर्फ रिहाना के पिता बिजली का काम करते हैं। तीन बहनों और दो भाइयों में समरजहां बड़ी थी। परिवार में आर्थिक संकट के चलते समरजहां मेडिकल एजेंसी संचालक से जुड़कर दवा सप्लाई करने का काम किया। इसी दौरान वह मुजफ्फरनगर निवासी दवा विक्रेता राकेश कुमार गुप्ता के करीब आई। वक्त के साथ उनकी नजदीकियां बढ़ती गईं, लेकिन इसी बीच समरजहां का निकाह दादरी निवासी मुमताज से हो गया। यह रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला। एक माह बाद ही समरजहां मायके लौट आई और उनके बीच तलाक हो गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक दवा कारोबारी राकेश गुप्ता ने समरजहां को रुड़की में मकान उपलब्ध कराया था। वह अक्सर वहां आता-जाता रहता था। एक साल पहले परिवार को गुप्ता और समरजहां के रिश्तों का पता चला। विवाद भी हुआ, लेकिन गुप्ता ने साफ तौर से समरजहां से अलग होने से मना कर दिया। परिवार में विवाद बढ़ने के बाद राकेश गुप्ता समरजहां को 15 दिन पहले ही देहरादून ले आया था। वह यहां उसके लिए बुटीक सेंटर खोल रहा था। बुटीक सेंटर के बराबर में ही गुप्ता का फैमिली रेस्टोरेंट भी है, जिसे उसका बेटा कार्तिक चलाता है। समरजहां भी इस रेस्टोरेंट की देखरेख कर रही थी। समरजहां की हत्या में अभी तक कार में एक ही युवक की मौजूदगी सामने आ रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि चालक ने दो बार कार से उतरकर गोलियां चलाईं। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया। राजपुर क्षेत्र में सहस्त्रधारा रोड पर मंगलवार रात समरजहां उर्फ रिहाना की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। उस समय कार में दो से तीन लोगों के शामिल होने की आशंका जताई गई थी।

रात भर की भागदौड़ के बाद सामने आए प्रत्यक्षदर्शियों ने जिस तरह का घटनाक्रम बताया, उससे पुलिस की थ्यौरी बदल गई। सूत्रों के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार में एक ही युवक सवार था और वह कार से बाहर निकलकर गोली चला रहा था। उसने स्कूटी के सामने कार लगाकर समरजहां को रोका और फिर उतरकर तीन गोलियां चलाईं। इनमें से दो गोलियां समरजहां को लगी थी। गोली लगने के बाद समरजहां वापस राकेश गुप्ता के बेटे के रेस्टोरेंट की तरफ भागी। इसके बाद चालक ने उसके पीछे कार दौड़ा दी और कुछ दूर जाकर वह फिर कार से उतरा और दो गोलियां चलाईं। तीसरी गोली लगने के बाद समरजहां झाड़ियों की तरफ गिर गई। समरजहां को मरा मानकर आरोपी तेजी से कार लेकर फरार हो गया। कार की स्पीड अधिक होने के कारण आसपास के कैमराें में वह नहीं आ सका। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अब तक की जांच में कार में एक ही आरोपी की बात सामने आ रही है।

समरजहां को तीन गोलियां लगी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है। दो गोली छाती में लगी थीं और तीसरी शरीर के निचले हिस्से में। छाती में लगी एक गोली शरीर को चीरते हुए बाहर निकल गई थी। पोस्टमार्टम के बाद समरजहां का शव मुजफ्फरनगर से आई मां इशरत जहां व अन्य परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने समरजहां की मां से भी बातचीत की, लेकिन वे कोई खास बात नहीं बता पाईं। समरजहां के मोबाइल से पुलिस को काफी कुछ मिलने की उम्मीद है। मोबाइल में कोड लगा होने के कारण वह खुल नहीं पाया। पुलिस मोबाइल एक्सपर्ट से कोड खुलवाने का प्रयास कर रही है। समरजहां की हत्या करने के बाद आरोपी के थानो रोड से भागने की आशंका जताई जा रही है। वारदात के बाद पुलिस कार को लेकर संशय में रही। लोगों ने कार के तीन मॉडल और अलग-अलग कलर बताए थे। पुलिस ने जिले भर में चेकिंग भी कराई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। थानों रोड को छोड़कर आशारोड़ी, जोगीवाला और प्रेमनगर रोड पर पुलिस के सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इन कैमरों में संदिग्ध कार के न आने के कारण पुलिस आशंका जता रही है कि हत्यारोपी थानो रोड से फरार हुआ है।

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