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भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर किया था मजबूर

भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर किया था मजबूर

शहर में तैनात बांग्लादेश के एक...Editor

शहर में तैनात बांग्लादेश के एक प्रमुख कूटनीतिज्ञ ने कहा कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में शहीद हुए भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों को 16 दिसंबर को सम्मानित करेगा. इसी दिन पाकिस्तान ने आत्मसमर्पण किया था और बांग्लादेश की स्थापना हुई थी. बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त तौफीक हसन ने यहां कहा कि 17 से 25 भारतीयों को सम्मानित किया जाएगा.

उनके नामों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, ''प्रत्येक शहीद के परिवार को एक रजत पत्र, प्रमाण-पत्र, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का भाषण और बंगबंधु मुजीबुर रहमान की दो किताबें पेश की जाएंगी.'' यह दूसरा मौका है जब पूर्वी सीमा पर पाकिस्तान के खिलाफ 1971 की जंग में लड़ने वाले भारतीय बलों के शहीद हुए लोगों के परिजनों को सम्मानित किया जा रहा है.

शेख हसीना ने पहली बार 2017 में दिल्ली में इस तरह का सम्मान दिया था. हसन ने कहा, ''पूर्वी सीमा पर 1971 की जंग में भारतीय सशस्त्र बलों के सभी शहीदों को क्रमश: सम्मानित किया जाएगा.'' मेजर जनरल जनरल स्टाफ (एमजीजीएस), मुख्यालय पूर्वी कमान, मेजर जनरल एन डी प्रसाद ने कहा कि भारत और बांग्लादेश में एक खास रिश्ता है और यह रिश्ता दोनों देशों की सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास और दूसरी गतिविधियों के जरिये और मजबूत होता है .

उन्होंने कहा, ''हम क्षेत्र की बेहतरी के लिये साथ मिलकर काम कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि सेना 16 दिसंबर को हर बार की तरह इस बार भी विजय दिवस मनाएगी.

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