एमपी की इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह, पार्टी ने कहा 'परफेक्ट कैंडिडेट'
- In मध्य प्रदेश 13 March 2019 10:30 AM GMT
अपने बयानों से बीजेपी की नाक में दम करने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह क्या भोपाल से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. बदले हालात में लगता तो कुछ ऐसा ही है. पार्टी ऐसा ही संकेत दे रही है कि वो लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गढ़ भोपाल सीट पर परचम लहराने के लिए अपने इस कद्दावर और बेबाक नेता पर दांव लगा सकती है.
15 साल के लंबे इंतजार के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में वापिसी हुई है. विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराने के बाद अब कांग्रेस की नजर भोपाल लोकसभा सीट पर है. कांग्रेस 30 साल से भोपाल लोकसभा सीट से दूर है. इसलिए अब वो राजधानी में बीजेपी के इस किले को तोड़ने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
कांग्रेस पिछले 30 साल से भोपाल संसदीय सीट पर कब्जा करने का सपना संजो रही है. अब इस सपने को साकार करने के लिए उसे दिग्विजय सिंह से दमदार कोई और कैंडिडेट नज़र नहीं आ रहा. पार्टी ने भोपाल सीट के लिए प्रत्याशियों का अंदरूनी सर्वे कराया है. उसमें दिग्विजय सिंह का नाम सबसे ऊपर है. इस सर्वे रिपोर्ट के बाद दिग्विजय सिंह समर्थक बल्ले-बल्ले कर रहे हैं.
भोपाल का संसदीय इतिहास -
30 साल में हुए 6 लोकसभा चुनाव में बीजेपी का कब्ज़ा
1989 में सुशीलचंद्र वर्मा जीते
1998 तक सुशीलचंद्र वर्मा ने जीत का परचम लहराया
1999 में उमा भारती जीतीं
2004 और 2009 के चुनाव में कैलाश जोशी सांसद बने.
2014 में आलोक संजर की जीत
इस सर्वे रिपोर्ट के बाद कांग्रेस, भाजपा के इस मजबूत किले में सेंध लगाने की तैयारी में जुट गयी है, अपने घुर विरोधी दिगविज सिंह का नाम आने पर ऊपरी तौर पर भाजपा ये जता रही है जैसे उसे कोई परवाह ही नहीं. वो कह रही है दिग्गी राजा तो डूबती नाव के नाविक हैं. दिग्विजय सिंह के बयान ही कांग्रेस की हार का इस बार मुख्य कारण बनेंगे.
भोपाल में बीजेपी के किले को गिराना आसान काम नहीं है, लेकिन इस वक्त सियासी हालात बदले हुए हैं. राज्य में लंबे शासन के बाद भाजपा का राज खत्म हो गया है. वहीं कांग्रेस, राज्य में सरकार बनाने के बाद आत्मविश्वास से भरी हुई है.