बेंगलुरु में 10 में से 8 कपल्स को चाहिए जुड़वा, वर्किंग पैरेंट्स के बीच बढ़ा क्रेज

आईवीएफ टेक्निक्स के व्यापक उपयोग और युवा कपल्स की भागती-दौड़ती जिंदगी के साथ जुड़वा बच्चे अब पसंदीदा विकल्प बन गए हैं। इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल की स्पेशलिस्ट डॉ. मंजूला बीसी के मुताबिक जुड़वा बच्चों के लिए क्रेज अन्य मेट्रो सिटीज की तुलना में पिछले तीन साल में बेंगलुरु में लगभग दोगुना हो गया है।
10 से 8 से ज्यादा कपल्स की डिमांड जुड़वा बच्चों की है, विशेषकर उन पैरेंट्स के बीच में जो कि वर्किंग हैं। कई कपल्स एक ही बार में जुड़वा बच्चों को डिलीवर कर अपने परिवार को पूरा करना पसंद कर रहे हैं।
उनके मुताबिक, 'इन दिनों युवा कपल्स के बीच जैसे कि यह एक ट्रेंड है, खासतौर पर जो कि ट्विन्स चाहते हैं और एक ही प्रेगनेंस में दो बच्चों का होना ज्यादा कंफर्ट मानते हैं। लगभग 80 प्रतिशत आईवीएफ कराने वाले कपल्स यह सवाल करते हैं कि क्या यह तकनीकी ट्विन्स या ट्रिप्लेट की संभावनाओं को बढ़ाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर केवस एक भ्रूण स्थानांतरित होता है तो जुड़वा होने की संभावना असंभव है और यह प्रेगनेंट होने की सफलता की दर को भी प्रभावित कर सकता है।कई कारकों में महिला की आयु, उसका शारीरिक स्वास्थ्य और भ्रूण की व्यवहार्यता आईवीएफ साइकल्स की सफलता में प्रमुख भूमिका निभाती है।