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आसमान में बने 5 डॉक्टर देवदूत, नन्ही सी बच्ची को खींच लाए मौत के मुंह से

आसमान में बने 5 डॉक्टर देवदूत, नन्ही सी बच्ची को खींच लाए मौत के मुंह से

कहा जाता है कि डॉक्टर धरती पर...PS

कहा जाता है कि डॉक्टर धरती पर भगवान का स्वरूप होते है। यह बात बीच आसमान में भी सही साबित हुई। विस्तारा एयरलाइन की फ्लाइट यूके-814 से एक कांफ्रेंस में भाग लेने के बाद दिल्ली एम्स के पांच डॉक्टरों ने बेंगलुरु से उड़ान भरी थी। अचानक फ्लाइट के स्टाफ ने मेडिकल इमरजेंसी की घोषणा की और विमान में मौजूद डॉक्टर्स से मदद करने की अपील की।

हुआ यह कि विमान में एक दो साल की बच्ची भी सफर कर रही थी, जिसकी कि हाल ही में दिल की सर्जरी हुई थी। बच्ची अचानक बेहोश हो गई, दिल की धड़कनें रुक गईं और उसका शरीर नीला पड़ने लगा।

विमान में एम्स नई दिल्ली के पांच विशेष डॉक्टर डॉ. नवदीप कौर, डॉ. दमनदीप सिंह, डॉ. ऋषभ जैन, डॉ. ओशिका, और डॉ. अविचला टैकस्क मौजूद थे। डॉक्टर्स ने नाजुक स्थिति देखकर फौरन मार्च संभाल लिया। डॉक्टरों ने पाया कि बच्ची के दिल की धड़कनें रूकी हुई हैं और उसका शरीर ठंडा पड़ चुका था। साथ ही उसके होंठ और उंगलियाँ नीली पड़ चुकी थीं।

उनके पास मदद करने के लिए बहुत सारी चीज़ें नहीं थीं, फिर भी उन्होंने चुनौती स्वीकार करते हुए बच्ची की जान बचाने की पूरी कोशिश शुरू की। डॉक्टर्स ने बच्ची के शरीर में एक छोटी ट्यूब डालकर सांस लेने में मदद की और उसके दिल को फिर से धड़कना शुरू करने के लिए सीपीआर देना शुरू कर दिया।

नन्हीं सी जान को इस बीच एक और दिल का दौरा पड़ा, लेकिन डॉक्टरों ने हार नहीं मानी और कोशिश जारी रखी। कड़ी मेहनत के बाद बच्ची के दिल की धड़कनें सामने हुईं।

विमान की नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। जहां बच्ची को एंबुलेंस द्वारा हॉस्पिटल भेजा गया। एम्स दिल्ली ने इस घटना की जानकारी एक्स पर पोस्ट करते हुए दी है। सोशल मीडिया पर डॉक्टर्स का यह प्रयास सभी को भावुक कर रहा है और सभी उनकी दिल खोलकर प्रशंसा कर रहे हैं।

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