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क्या एक बार फिर राजसमंद सीट पर जीतेगी करेगी BJP या कांग्रेस को चुनेगी जनता

क्या एक बार फिर राजसमंद सीट पर जीतेगी करेगी BJP या कांग्रेस को चुनेगी जनता

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देशभर में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर 2019 की शुरुआत से ही सभी सियासी दल चुनावी मोड में आ गए हैं. और राजस्थान की बात करें तो हाल ही में यहां विधानसभा चुनाव खत्म हुए हैं और इस वजह से राज्य में चुनावी सरगर्मी लोकसभा चुनाव तक जारी रहेगी. एक तरफ राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद पार्टी के हौसले बुलंद है तो वहीं मामुली मत प्रतिशत से पिछड़ने के कारण बीजेपी भी बाजी पलटने की फिराक में है.

2018 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों में 200 सीटों में से 99 सीटों के साथ कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की. वहीं बीजेपी 73 सीटों के साथ विपक्ष में है. वैसे तो सूबे में इस तरह का ट्रेंड रहा है कि जिस पार्टी की सरकार विधानसभा में बनती है, लोकसभा में भी उसी दल का दबदबा रहता है. यही कारण है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में बहुमत से जीती बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर कब्जा जमा लिया लेकिन बाद में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने अलवर और अजमेर सीट पर वापसी कर ली.

इसी बीच प्रदेश की राजसमंद लोकसभा सीट की बात करें तो मौजूदा वक्त में यहां से बीजेपी के हरिओम सिंह राठौड़ सांसद हैं. उन्होंने साल 2014 के चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर नेता गोपाल सिंह शेखावत को 3,95,705 मतों से हराया था. राजसमंद लोकसभा सीट मेवाड़ और मारवाड़ के चार जिलों में फैली हुई है और यह 2008 में हुए परीसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी.

जिसके बाद साल 2009 में पहला आम चुनाव हुआ था. जिसे कांग्रेस नेता गोपाल सिंह शेखावत ने जीता था. वहीं 2014 के चुनाव में ये सीट बीजेपी के खाते में चली गई और यहां से हरिओम सिंह राठौड़ जीतकर लोकसभा पहुंचे. इससे पहले हरिओम सिंह राठौड़ पाली जिला प्रमुख भी रह चुके हैं. हरिओम सिंह राठौड़ की स्वच्छ छवि, मोदी लहर और स्थानीय लोगों में गोपाल सिंह शेखावत के प्रति बेरुखी ने हरिओम सिंह की जीत को आसान कर दिया था और वह 6,44,794 वटों से राजसमंद सीट पर जीत गए.

राजसमंद लोकसभा सीट में कुल 8 विधानसभा सीटे हैं. राजसमंद जिला अरावली पर्वतमाला के बीच स्थित है. इस जिले का नाम मेवाड़ के राणा राज सिंह द्वारा 17वीं सदी में राजसमंद झील के नाम पर रखा गया है. राजसमंद की 95 प्रतिशत आबादी हिंदू है और 2 प्रतिशत इस्लाम में यकीन करने वालों की आबादी है.

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