BJP के दलित सांसद अचानक 'बागी' क्यों दिख रहे हैं?
- In राजनीति 10 April 2018 6:18 AM GMT
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी एक्ट में संशोधन की व्यवस्था दिए जाने के बाद दो अप्रैल को दलितों के भारत बंद के बाद अचानक सियासत ने तेजी से करवट लेनी शुरू कर दी है. विपक्ष एक तरफ जहां बीजेपी को दलित विरोधी कह रही है, वहीं बीजेपी यह दावा कर रही है कि उसकी सरकार ने ही बाबा साहब डॉ आंबेडकर को सबसे ज्यादा सम्मान दिया है. इस बीच अप्रत्याशित रूप से बीजेपी के कई दलित सांसदों ने इस मसले पर परोक्ष रूप से अपनी ही पार्टी से नाराजगी जाहिर की है. सबसे पहले बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने बागी तेवर अपनाए. उसके बाद यूपी से ही कई अन्य दलित सांसदों ने अपनी आवाज उठाई. अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर चार साल तक सत्ता में रहने के बाद ये दलित नेता अलग राग क्यों अलाप रहे हैं? क्या इनका बीजेपी से मोहभंग हो गया है? हालांकि विपक्ष यह भी कह रहा है कि दलितों के आंदोलन को समाप्त करने के लिए बीजेपी की ही यह साजिश है.