Home > प्रदेश > उत्तराखंड > संदिग्ध परिस्थितियों में हुई अधेड़ की मौत, पुलिस ने रोका जनाजा और फिर...

संदिग्ध परिस्थितियों में हुई अधेड़ की मौत, पुलिस ने रोका जनाजा और फिर...

संदिग्ध परिस्थितियों में हुई अधेड़ की मौत, पुलिस ने रोका जनाजा और फिर...

गांव नंदपुर नरका टोपा निवासी...Editor

गांव नंदपुर नरका टोपा निवासी लईक अहमद (52) की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

परिजन और ग्रामीण बिना पुलिस कार्रवाई के शव को सुपुर्दे खाक के लिए ले जाने लगे। इस पर पुलिस ने जनाजा रोककर शव कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि, इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस के समझाने पर ग्रामीण मान गए।

सोमवार रात नौ बजे लईक अहमद को घर पहुंचते ही उल्टियां होने लगीं। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज कर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन काशीपुर ले जाते समय रास्ते में लईक ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर पहुंचे।

सुपुर्देखाक के लिए जनाजा लेकर जाने की तैयारी कर रहे थे कि पुलिस घर पहुंच गई

मंगलवार सुबह पौने दस बजे परिजन और ग्रामीण सुपुर्देखाक के लिए जनाजा लेकर जाने की तैयारी कर रहे थे कि पुलिस घर पहुंच गई। पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम के शव सुपुर्देखाक करने से मना किया, लेकिन ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम का विरोध किया और जनाजा लेकर चल दिए।

पुलिस ने मुख्य मार्ग पर जनाजे को रोककर शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई, लेकिन पुलिस के कानूनी प्रक्रिया समझाने पर ग्रामीण मान गए। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मंगलवार शाम गांव स्थित कब्रिस्तान में लईक अहमद को सुपुर्देखाक कर दिया।

वहीं, लईक अहमद की पत्नी भोली सहित अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। लईक अहमद के तीन बेटों में से दो की शादी हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि लईक रामराज रोड पर फल का ठेला लगाता था। बताते हैं कि लईक अहमद को उल्टी आने पर परिजनों को उनकी जेब से सल्फास का एक रेपर मिला था, जिसे देख परिजन लईक को अस्पताल लेकर पहुंचे थे।

Tags:    
Share it
Top