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देवभूमि के एक छात्र को मिली सवा करोड़ की छात्रवृत्ति, पढ़िए उन्होंने ऐसा क्या किया कि मिला यहा मौका

देवभूमि के एक छात्र को मिली सवा करोड़ की छात्रवृत्ति, पढ़िए उन्होंने ऐसा क्या किया कि मिला यहा मौका

देहरादून के बेटे विकास कुमार...Editor

देहरादून के बेटे विकास कुमार को विदेशी विवि में शोध करने के लिए सरकार 1.25 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति देगी। यह छात्रवृत्ति केंद्र सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) की ओर से दी जाएगी।

शनिवार को विकास के पास इससे संबंधित ई-मेल आ गया। विकास अब कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया से पीएचडी करेंगे। यहां वे अपने धान के भूसे से बायो फ्यूल बनाने के शोध को आगे बढ़ाएंगे।

देहरादून के बलबीर रोड निवासी मनोज कुमार और राजकुमारी के बेटे विकास ने नाम रोशन किया है। द्रोणाज इंटरनेशनल स्कूल से 12वीं करने के बाद विकास ने कुमाऊं इंजीनियरिंग कॉलेज द्वाराहाट से बीटेक बायोकेमिकल की पढ़ाई पूरी की।

विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए उनके 30 से ज्यादा शोध पत्र

Research

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इसके बाद उनका चयन आईआईटी गुवाहाटी में एनर्जी रिसर्च के लिए हो गया। वहां पढ़ते हुए उनके 30 से ज्यादा शोध पत्र विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। विकास ने आईआईटी से ही धान के भूसे से बायोफ्यूल बनाने पर काम शुरू किया, जिसमें कामयाबी मिलती गई।

एमटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने तमाम विदेशी विश्वविद्यालयों में पीएचडी के लिए आवेदन किया। उनका आवेदन यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया ने स्वीकार किया और उनका इंटरव्यू लिया गया। इसके बाद उनका चयन हो गया।

एसईआरबी और कोलंबिया विवि के बीच करार के चलते उन्हें पीएचडी पूरी करने के लिए केंद्र सरकार से सवा करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप मिली है। इस पैसे से न केवल वे कनाडा में रहकर शोध करेंगे बल्कि उनका आने-जाने का पूरा खर्च भी सरकार वहन करेगी। इसकी शर्त यह है कि पीएचडी पूरी करने के बाद उन्हें देश के लिए काम करना होगा। विकास का परिवार इससे बेहद खुश है।

क्या है एसईआरबी

scholarship

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दरअसल, विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड, केंद्र सरकार की ऐसी संस्था है जो कि होनहार छात्रों को दुनिया के शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ने का मौका देती है। सरकार ने इस बोर्ड के माध्यम से विदेशी विवि से करार किए हैं। इसके तहत जिन भारतीय छात्रों का चयन विदेशी विवि में हो जाता है, वे चाहें तो इस स्कॉलरशिप का लाभ ले सकते हैं। इससे कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड सहित तमाम देशों में पढ़ने का मौका मिलता है।

कैसे करें आवेदन

एसईआरबी की वेबसाइट www.serb.gov.in पर लगातार विभिन्न छात्रवृत्तियों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। इस जानकारी के हिसाब से आवेदन किया जा सकता है। जो छात्र विदेशों में स्कॉलरशिप के आधार पर पढ़ाई करना चाहते हैं, वे इसमें आवेदन कर सकते हैं।

...तो जरूरी नहीं अंग्रेजी की परीक्षाएं

विकास ने बताया कि अगर आप बीटेक के दौरान ही अच्छा शोध कर लेते हैं तो इसके बाद बिना मास्टर कोर्स किए आप सीधे विदेशी विश्वविद्यालयों में पीएचडी के लिए एप्लाई कर सकते हैं। खास बात यह है कि अगर आपने दो साल तक किसी अंग्रेजी माध्यम के संस्थान से पढ़ाई की है तो इस आधार पर आपको लैंग्वेज के आईईएलटीएस या टॉफेल एग्जाम से छूट मिल जाएगी। अगर आपने बहुत अच्छे शोध किए हैं तो आपको जेआरई से भी छूट मिल सकती है।

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