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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कद बड़ा, बने राष्ट्रीय महासचिव और असम का प्रभार भी

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कद बड़ा, बने राष्ट्रीय महासचिव और असम का प्रभार भी

पूर्व सीएम और वरिष्ठ नेता हरीश...Editor

पूर्व सीएम और वरिष्ठ नेता हरीश रावत का कद बढ़ाते हुए कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में महासचिव बना दिया है। उन्हें असम का प्रभारी भी नियुक्त किया गया है।

23 सदस्यीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) में हरीश रावत को राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह जैसे नेताओं के साथ जगह मिली है। लंबे राजनीतिक जीवन में पहली बार रावत सीडब्ल्यूसी के सदस्य बने हैं। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद उत्तराखंड के किसी नेता को पहली बार सीडब्ल्यूसी में जगह मिली है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अशोक गहलोत की ओर से जारी सीडब्ल्यूसी सदस्यों की सूची में हरीश रावत का नाम 14वें स्थान पर है। गहलोत की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में राहुल गांधी के स्तर पर हरीश रावत को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में महासचिव बनाने की जानकारी दी गई है। इसके अलावा, उन्हें असम का प्रभारी भी बनाया गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, मुख्य प्रचार समन्वयक धीरेंद्र प्रताप और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने हरीश रावत को राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया है।

मैं इस फैसले के लिए केंद्रीय नेतृत्व का आभारी हूं। जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे निभाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी। उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व देकर हाईकमान ने यहां के लोगों का भी सम्मान किया है।- - हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री

तरुण गोगोई की भी एंट्री, जनार्दन द्विवेदी की छुट्टी

नई कार्यसमिति में तरुण गोगोई और सिद्धारमैया को भी शामिल किया गया है। वहीं, जनार्दन द्विवेदी, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, सुशील शिंदे, मोहन प्रकाश, कर्ण सिंह व सीपी जोशी की कार्यसमिति से छुट्टी कर दी गई है। सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक 22 जुलाई को होगी। पार्टी महासचिव अशोक गहलोत ने सदस्यों की सूची जारी करते हुए बताया कि कार्यसमिति में 23 सदस्य हैं, जिनमें 19 स्थायी जबकि 9 विशेष आमंत्रित सदस्यों को जगह मिली है। विभिन्न राज्यों में नियुक्त स्वतंत्र प्रभारी स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे और कार्यसमिति के पदेन सदस्य होंगे। वहीं पार्टी के पांच मुख्य संगठनों- इनटक, सेवा दल, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रमुख विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद राहुल ने पहली बार सीडब्ल्यूसी का गठन किया है।

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