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शिवपाल की जनाक्रोश रैली को मिला मुलायम सिंह का साथ, अपर्णा भी पहुंची

शिवपाल की जनाक्रोश रैली को मिला मुलायम सिंह का साथ, अपर्णा भी पहुंची

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी...Editor

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की जनाक्रोश रैली के सभामंच पर मुलायम सिंह पहुंच गए है। शिवपाल ने उनकी अगवानी की और हाथ का सहारा देकर रैली मंच पर ले गए। रैली में अपर्णा यादव भी पहुंची है। मुलायम की छोटी बहू अपर्णां यादव ने कहा कि आज की रैली इस बात का सबूत है कि शेर को चोट नहीं देनी चाहिए। जब नेताजी (मुलायम) को चोट पहुंची तो वह शिक्षक से राजनेता बने। अब चाचा (शिवपाल) को चोट पहुंची है। अब देखिए क्या होता है? उल्लेखनीय है कि सपा से अलग होकर शिवपाल सिंह यादव आज अपनी पहली रैली के जरिए राजनीतिक ताकत का अहसास करा रहे हैं। उनके समर्थकों ने रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। जनाक्रोश रैली में भीड़ जुटी है। शिवपाल की रैली को सेक्युलर मोर्चा के बैनर से जुड़े 40 से अधिक छोटे दलों का भी समर्थन है।

मुलायम के पहुंचते ही कार्यकर्ताओं में जोश

अपर्णा ने कहा कि भारत एक सेक्युलर देश है। हमें पानी, बिजली, सड़क सब चाहिए पर आज हमको ऐसा कुछ नहीं मिला। किसान, मजदूर, युवा, किसी की भी सुनवाई नहीं हो रही है। आज परिवर्तन का दिन है, 2019 में आप तय करिए कि आपको किसको चुनना है। मैं आभारी हूं कि चाचा ने मुझे बोलने का मौका दिया, मैं तन मन धन हर तरह से आपके साथ हूं। शिवपाल सिंह यादव हमेशा कहते रहे हैं कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के आशीर्वाद से ही उन्होंने पार्टी बनाई है। आज मुलायम के रैली मंच पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं में जोश भर गया।

सदस्यता ग्रहण

समझा जाता है कि दूसरे दलों के कई प्रमुख नेता पार्टी की सदस्यता भी ग्रहण करने वाले है। जनाक्रोश रैली के जरिए जनसाधारण के आक्रोश को स्वर देने की बात कही गई है। गरीब, किसान, मजदूर के आक्रोश को स्वर देना इस आयोजन का इरादा है। शिवपाल ने कह रखा है कि हम सामाजिक विकास में पिछड़ गए तमाम जातीय समूहों और वर्गो को अपने साथ जोडऩा चाहते हैं। पार्टी सामाजिक न्याय की लड़ाई को नए संदर्र्भों से जोड़ते हुए लड़ेगी।

एक जवाब शिवपाल जैसे नारे

जनाक्रोश रैली के लिए रमाबाई अंबेडकर मैदान और आसपास का इलाका पार्टी के झंडों, बैनरों, होर्डिंग्स व पोस्टरों से सजाया गया है। यूपी के जेहन में सवाल, उम्मीद शिवपाल, फिर संघर्ष की मशाल, आपके लिए निकल पड़े शिवपाल, हजार सवाल और एक जवाब शिवपाल जैसे नारे लिखे होर्डिंग्स से राजधानी पटी है। शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी में उपेक्षा से क्षुब्ध होकर पहले समाजवादी सेकुलर मोर्चा और फिर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई और 75 जिलों में संगठनात्मक ढांचा खड़ा किया। इसके बाद आनुषांगिक संगठनों को सक्रिय किया।

रैली में प्रदेश भर के शिवपाल समर्थक

रैली के लिए शिवपाल के समर्थक प्रदेश के कोने-कोने से यहां पहुंच रहे हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सीपी राय का दावा अभूतपूर्व रैली का है। शिवपाल का खुद दावा है कि प्रसपा (लोहिया) राजधानी में पहली रैली के जरिये इतिहास रचने जा रही है। बहुजन मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी समेत कई दल रैली को सफल बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। दूसरी और सपा नेताओं की निगाह भी रैली पर है कि पार्टी का और कौन नेता शिवपाल के मंच पर नजर आ सकता है।

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