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संगम तीरे लग्जरी कुटिया में जगेगी साधना की अलख

संगम तीरे लग्जरी कुटिया में जगेगी साधना की अलख

संतों की साधना के लिए संगम...Editor

संतों की साधना के लिए संगम तीरे लग्जरी कुटिया तैयार की जा रही हैं। कुटिया बाहर से देखने में साधारण लगेंगी, लेकिन अंदर की सुविधाएं आंखें चकाचौंध कर देंगी। फर्श पर टाइल्स, बाथरूम में गीजर, कमोड शीट के शौचालय और सोने के लिए डनलप के गद्दे होंगे। ठंड से महाराज जी को दिक्कत न हो, इसलिए ब्लोअर का भी प्रबंध होगा।

कुंभ मेला में ऐसी 400 कुटिया होगी

कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 16 में श्रीपंचायती बड़ा उदासीन निर्वाणी अखाड़ा में हाईटेक सुविधाओं वाली ऐसी 400 कुटिया तैयार कराई जा रही है। यह होगी घासफूस की पर उसमें सुविधाएं किसी होटल के कमरे से कम नहीं होगी। हर कुटिया में अटैच शौचालय व स्नानघर होगा। प्लाई के दरवाजे लगे होंगे। गीजर व कमोड शीट का प्रबंध रहेगा। रेत से होने वाली दिक्कत को देखते हुए अखाड़ा परिसर में 25 प्रतिशत फर्श पक्की करा दी गई है।

साउंड प्रुफ होगी

अखाड़ा के अध्यक्ष व कुंभ मेला प्रबंधक श्रीमहंत महेश्वर दास बताते हैं कि अधिकतर महात्मा गर्म व ठंडे प्रदेशों से यहां आएंगे। ठंड के मौसम में उन्हें दिक्कत न हो उसके अनुकूल कुटिया तैयार कराई जा रही है। वह साउंड प्रूफ होगी, जिससे भजन-कीर्तन का शोर अंदर नहीं आएगा और महात्मा आसानी से साधना कर सकेंगे। घासफूस की कुटिया में ठंड कम लगती है। बारिश होने पर पानी से बचाव भी होता है।

लखटकिया है कुटिया

रेती पर बन रही कुटिया की लागत करीब सवा लाख रुपये आएगी। इसे बनाने में सरपत, बड़ी घास, बांस और लोहे की पतले तार का प्रयोग किया जा रहा है। इसमें कहीं भी कील, कपड़ा व पेंट का प्रयोग नहीं हो रहा है। श्रीमहंत महेश्वर दास का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है। प्रयोग होने वाली सामग्री आसानी से मिट्टी में नष्ट हो जाएगी।

तैयार हो रहा मंदिर

श्रीपंचायती बड़ा उदासीन निर्वाणी अखाड़ा में सबसे आगे मंदिर बनवाया जा रहा है। मंदिर की फर्श व दीवारों में टाइल्स लग रही है, जबकि ऊपर टीन शेड रहेगा। यहीं चंद्र भगवान, गोला साहब स्थापित होंगे। पंचदेव (भगवान गणेश, विष्णु, शिव, मां शक्ति एवं सूर्यदेव) का विग्रह भी स्थापित कराया जाएगा।

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