Home > प्रदेश > उत्तरप्रदेश > जालौन में गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, अब मामले की होगी जांच

जालौन में गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, अब मामले की होगी जांच

जालौन में गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, अब मामले की होगी जांच

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के...Editor

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग को लेकर बेहद संजीदा पांच मंत्रियों को विभाग के कर्मचारी लगातार ठेंगा दिखा रहे हैं। जालौन में जिला अस्पताल के स्टॉफ ने गर्भवती महिला को बाहर कर दिया। इसके बाद महिला से सड़क पर बच्ची को जन्म दिया। जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है।

उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में लगातार चल रही लापरवाही फिर सामने आई है। जालौन में अस्पताल से बाहर भगाई गई एक महिला को सड़क पर बच्ची को जन्म देने पर मजबूर होना पड़ा। अस्पताल से बाहर कर दिए जाने के बाद महिला ने सड़क पर कन्या को जन्म दिया।

मामला जालौन के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाबई का है। यहां सिरसा निवासी एक गर्भवती महिला मां के साथ प्रसव कराने पहुंची थी। जहां तैनात डॉक्टरों ने महिला व उसके परिवार के लोगों को को तीन दिन बाद आने की बात कहकर चलता कर दिया। परिवार के लोगों के बार-बार कहने पर भी डॉक्टरों ने उनकी एक न सुनी और उन्हें अस्पताल के बाहर भेज दिया। इसी बीच महिला की प्रसव वेदना बढ़ गई और वह अस्पताल परिसर में ही जमीन पर लेट गई। दर्द से तड़प रही थी महिला महिला को तड़पता देख अस्पताल परिसर में मौजूद महिलाओं ने आगे आते हुए अस्पताल में पड़ी फट्टियों के पर्दे लगाकर महिला का प्रसव कराया। जिसके बाद महिला ने एक स्वास्थ्य बच्ची को जन्म दिया।

हैरत की बात यह रही कि इतना सब होने के वावजूद भी अस्पताल के डॉक्टर या कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। वहीं, जब मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो डॉक्टरों ने आनन-फानन में महिला को अस्पताल के वार्ड में भर्ती कर लिया।

यह पहली घटना नहीं है, जिनमें अस्पताल की लापरवाही सामने आई हो। ऐसे कई और मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें गर्भवती महिला को मजबूरी में फर्श पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा है।

दोषियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई

एसीएमओ डॉ. बीएम खरे ने बताया कि एक महिला को जबरन अस्पताल से बाहर निकालने का मामला उनके संज्ञान में आया है। मैंने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए है। दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसीएमओ डॉ. बीएम खरे ने कहा कि मुझे इस बात की सूचना मिली है कि गर्भवती महिला को नर्स स्टाफ ने अस्पताल से जबरन बाहर कर दिया गया। मैंने जांच के आदेश दिए हैं और जो भी दोषी पाए जाएंगे उन्हें कठोर से कठोर सजा दी जाएगी।

Share it
Top