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26 जनवरी से वाराणसी और प्रयागराज के बीच ऐसे हो सकेगी यात्रा!

26 जनवरी से वाराणसी और प्रयागराज के बीच ऐसे हो सकेगी यात्रा!

अगले साल प्रयागराज में लगने...Public Khabar

अगले साल प्रयागराज में लगने वाले कुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों और टूरिस्ट्स को बड़ी सौगात मिल सकती है. केंद्र सरकार 26 जनवरी से वाराणसी-प्रयागराज और दिल्ली-आगरा के बीच वाटरवेज पैसेंजर सर्विस के लिए 'हाईब्रिड एयरोबोट' शुरू कर सकती है. एयरोबोट से वाटरवेज़ ट्रांसपोर्ट की रफ्तार कई गुना बढ़ जाएगी. सरकार की कुंभ के दौरान इस सेवा को शुरू करने की योजना है.

इस बारे में जानकारी देते हुए गुरुवार को सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार देश में वाटरवेज़ ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के मकसद से गंगा और यमुना नदी में रूस निर्मित 'हाईब्रिड एयरोबोट' चलाने की योजना बना रही है. पिछले हफ्ते रूस की कंपनी से हाईब्रिड एयरोबोट बनाने पर सहमति बन गई है.

क्या है हाइब्रिड एयरोबोट की खासियत

• 80 से 170 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी एयरोबोट

• 20-24 लोगों की बैठने की व्यवस्था होती है एयरोबोट में

• 60 यात्री भी सफर कर सकते हैं कुछ एयरोबोट में

• 3 मीटर तक हवा में भी उड़ सकता है यह

• इसलिए इसमें नागरिक उड्डयन के नियम लागू नहीं होते हैं

• जमीन और रेत में भी पूरी रफ्तार से चलती है

इस तरह की बोट पीटरबर्ग में बड़ी संख्या में चलती हैं लेकिन अब तक किसी तरह की कोई बड़ी दिक्कत इसमें नहीं देखी गई.

कम जलस्तर में भी चल सकेगी एयरोबोट

गडकरी ने कहा कि एयरोबोट पेट्रोल, इलेक्ट्रिक व मेथेनॉल से चलाई जा सकेगी. इसकी विशेषता यह है कि नदी पर पानी 10 सेंटीमीटर होने पर भी इसे फुल रफ्तार पर चलाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि एयरोबोट सेवा को हल्दिया से वाराणसी के बीच शुरू किया जा सकता है.

साइकिल इस्तेमाल के लिए अभियान चलाएंगे

सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जनता में साइकिल का इस्तेमाल करने के लिए अभियान चलाया जाएगा. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर साइकिल ट्रैक बनाया गया है. भविष्य में शहरों की सड़कों पर साइकिल ट्रैक बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्राइवेट कारों को कम करने के लिए जरूरी है कि दिल्ली जयपुर, पुणे मुंबई जैसे रूटों पर डबल डेकर एसी बसें चलायी जाएं ताकि लोग उनका उपयोग करें. सरकार जल्द ही साइकल को बढ़ावा देने के लिए भी अभियान शुरू करने जा रही है. इसके लिए जो भी एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है, वहां साइकल लेन का निर्माण भी किया जाएगा. इसके अलावा सरकार चाहती है कि जल्द ही इलेक्ट्रिक साइकल भी सड़कों पर आए.

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