अच्छी खबर : भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन 5.4 प्रतिशत बढ़ा
- In बिजनेस 28 Aug 2018 4:17 PM IST
भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन चालू कैलेंडर साल के पहले 7 महीनों जनवरी-जुलाई के दौरान 5.4 प्रतिशत बढ़कर 6.18 करोड़ टन पर पहुंच गया. विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यूएसए) ने यह जानकारी दी है. संघ ने बयान में कहा कि इससे पिछले साल की समान अवधि में कच्चे इस्पात का उत्पादन 5.86 करोड़ टन रहा था.
जुलाई में भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन 8.4 प्रतिशत बढ़कर 90 लाख टन रहा. जुलाई, 2017 में यह 83 लाख टन रहा था. जुलाई के दौरान दुनिया के 64 देशों में कच्चे तेल का कुल उत्पादन 5.8 प्रतिशत बढ़कर 15.46 करोड़ टन रहा. चीन का उत्पादन जुलाई में 7.2 प्रतिशत बढ़कर 8.12 करोड़ टन रहा. वहीं जापान का उत्पादन जुलाई में दो प्रतिशत घटकर 84 लाख टन पर आ गया. सरकार ने इससे पहले कहा था कि भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन इस साल के अंत तक 38 प्रतिशत बढ़कर 14 करोड़ टन पर पहुंच जाएगा. देश का कच्चे इस्पात का उत्पादन 2017 में 10.14 करोड़ टन रहा था.
उधर, कर्ज के भारी बोझ की वजह से टाटा स्टील की प्रतिस्पर्धी दरों पर वित्त जुटाने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. टाटा स्टील की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. इससे पहले टाटा स्टील ने कहा था कि वह भूषण स्टील के 32,500 करोड़ रुपये के अधिग्रहण के लिए विभिन्न् ऋण माध्यमों से 16,500 करोड़ रुपये जुटाएगी. टाटा स्टील की वार्षिक रिपोर्ट 2017-18 में कहा गया है, ''बही खाते में भारी कर्ज की वजह से कंपनी की प्रतिस्पर्धी दरों पर ऋण जुटाने की क्षमता पर प्रतिकूल असर होगा.''
रिपोर्ट में टाटा स्टील के समक्ष वित्तीय जोखिमों के बारे में कहा गया है, ''विदेशी विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव से कंपनी की ऋण भुगतान क्षमता पर असर पड़ेगा. इससे वित्तीय बाजारों तक पहुंच को लेकर भी अनिश्चितता बनेगी.'