अब एयरटेल पेमेन्ट्स बैंक से मर्चेंट पार्टनर्स को ज्यादा फायदा
- In बिजनेस 17 Oct 2020 3:17 PM IST
लखनऊ. एयरटेल पेमेन्ट्स बैंक ने अपने एप को अपग्रेड किया है। इस अपग्रेडेशन से उसके मर्चेंट पार्टनर्स कई प्रकार के डिजिटल फायदों के साथ और ज्यादा सशक्त होंगे और उनकी भुगतान यात्रा भी अधिक आसान होगी। अपग्रेडेड एप में र्चेंट्स के लिये एयरटेल पेमेन्ट्स बैंक एप में अब दो नये फीचर्स - ''स्मार्ट ईपीओएस'' और ''ऑन-डिमांड सेटलमेन्ट'' शामिल किए गए हैं।
स्मार्ट ई-पीओएस (प्वाकइंट-ऑफ-सेल) से मर्चेंट्स डिजिटल भुगतान लेने के लिये अपने स्मार्टफोन का उपयोग एक पीओएस मशीन की तरह कर सकते हैं और उन्हें कैश रखने की चिंता नहीं रहेगी। मर्चेंट्स को एप में स्मार्ट ईपीओएस ऑप्शन सिलेक्ट करना है और किये जाने वाले भुगतान के लिये मोबाइल स्क्रीन पर एक क्यूआर कोड दिखेगा। राशि मर्चेंट के एप से जुड़े बैंक खाते में तुरंत क्रेडिट हो जाएगी। इससे फिजिकल क्यूआर कोड रखने या होम डिलीवरी में भुगतान लेने के लिये अतिरिक्त उपकरण रखने की जरूरत नहीं होगी। मर्चेंट्स 'जीरो कमिशन चार्जेस' के साथ भी भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
नये 'ऑन-डिमांड सेटलमेन्ट' फीचर से मर्चेंट अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी अपने भुगतानों को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं। पैसा मर्चेंट के रजिस्टर्ड बैंक खाते में तुरंत क्रेडिट हो जाता है।
इसके अलावा भी कई अन्य फीचर्स हैं। मर्चेंट्स आसानी से अपनी दैनिक आय पर नजर रख सकते हैं, ट्रांजैक्श न स्टेटमेन्ट, पेमेन्ट सेटलमेन्ट की हिस्ट्री चेक कर सकते हैं, और अपने लिये शॉप इंश्यो रेंस भी खरीद सकते हैं। किसी भी तरह की समस्या होने पर मर्चेंट्स हेल्प एंड सपोर्ट सेक्शन में जा सकते हैं।
एयरटेल पेमेन्ट्स बैंक के पास विभिन्न कैटेगरीज और फॉर्मेट्स में लगभग 1.5 मिलियन मर्चेंट्स हैं। बैंक ने अपने मर्चेंट्स की संख्याक को बढ़ाने का लक्ष्ये तय किया है और इसकी योजना आने वाले महीनों में अपने नेटवर्क में एक मिलियन से ज्यादा नये मर्चेंट्स को जोड़ने की है।
एयरटेल पेमेन्ट्स बैंक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री गणेश अनंतनारायणन ने कहा, ''मर्चेंट्स पार्टनर्स जमीनी स्तमर पर डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में एक महत्वगपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें' इस्तेमाल में आसान भुगतान समाधानों से सशक्तत बनाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। नये समाधानों से मर्चेंट्स एक बाधारहित और सुरक्षित डिजिटल प्रक्रिया द्वारा पेमेन्ट प्राप्त और सेटल कर सकते हैं। यह कैशलेस इकोनॉमी बनाने के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक और कदम है।''