धनबाद जज मर्डर केस में दो खुलासे बताते हैं, ये सोची समझी साजिश थी
- In मुख्य समाचार 29 March 2022 3:06 PM IST
धनबाद: डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में कोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। सोमवार को दिल्ली स्थित सीएफएसएल के मुख्य वैज्ञानिक अमोद कुमार सिंह ने कोर्ट में गवाही दी। उन्होंने बताया कि जज उत्तम आनंद को ऑटो चालक ने जानबूझकर धक्का मारा था। इस महत्वपूर्ण गवाही से यह तय होता जा रहा है कि जज आनंद की जानबूझकर साजिशन हत्या की गई थी। इससे पहले भी सीबीआई ने कोर्ट में जो सबूत रखे हैं, वो जज आंनद की हत्या की तरफ इशारा कर रहे हैं।
सीएफएसएल के चीफ साइंटिस्ट अमोद कुमार सिंह सीबीआई के विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत में गवाही देने पहुंचे थे। सीबीआई के अभियोजक की ओर से सोमवार को इस मामले में सिर्फ एक गवाह की गवाही कराई गई।
कोर्ट में एविडेन्स के दौरान चीफ साइंटिस्ट ने बताया कि वे सीबीआई की ओर से गठित टीम में एक सदस्य हैं और सीबीआई के साथ मिलकर सात और आठ अगस्त 2021 को उन्होंने घटनास्थल पर घटना के सीन का रिक्रिएशन किया था।
सीन का रिक्रिएशन करने के बाद क्राइम सीन प्रोफाइल बना कर उन्होंने सीबीआई को सौंप दिया था। गवाही के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि सीबीआई की ओर से जब्त किए गए सीसीटीवी फुटेज एवं सीन रीक्रिएशन के आधार एवं मनोवैज्ञानिक के मंतव्य के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि जज को जानबूझकर ऑटो से धक्का मारा गया था। यह महज दुर्घटना नहीं हो सकती। जज की मौत मामले में लगातार गवाही कराई जा रही है।
इससे पहले सीबीआई ने 20 अक्टूबर को इस मामले की चार्जशीट दाखिल करते हुए वारदात के वक्त दोनों आरोपी होश में थे और उन्होंने होश-ओ-हवास में ही जज को टक्कर मारी थी। जज की मौत के मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि वारदात के वक्त दोनों आरोपी नशे में नहीं थे और उन्होंने पूरे होश में जज उत्तम आनंद को टक्कर मारी थी. सीबीआई ने इसे 'सोची समझी साजिश' बताया है।
जज उत्तम आनंद की मौत पिछले साल 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो द्वारा टक्कर मारे जाने के बाद हो गयी थी। राज्य सरकार ने इस घटना की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इसके बाद से सीबीआई मामले की जांच कर रही है।