डेनिम रंगाई के लिए बायो-इंडिगो का प्रयोग कार्बन फुटप्रिंट में लाएगा अभूतपूर्व कमी-यावर अली शाह
- In मुख्य समाचार 29 Jun 2022 2:17 PM IST
लखनऊ: सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए बायो इंडिगो जैसे विकल्पों का प्रयोग डेनिम रंगाई के लिए करना टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एक बड़े सकारात्मक बदलाव का कारण बनेगा। यह बात एएमए हर्बल के सह-संस्थापक व सीईओ यावर अली शाह ने राजधानी लखनऊ में एसोचैम द्वारा आयोजित हो रहे दो दिवसीय उत्तर प्रदेश एमएसएमई सम्मेलन के दौरान कही। वे इस सम्मेलन के दौरान आयोजित 'भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों के लिए टेक्निकल टेक्सटाइल बिजनेस में विकास की संभावनाओं' सत्र में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
यावर अली शाह ने कहा, "सतत प्राकृतिक रंगाई विकल्प के लिए हमारे पास बायो इंडिगो मौजूद है। उत्पादन प्रक्रिया में यदि 10 किग्रा कार्बन फुटप्रिंट को कम करना हो तो कई चीजों के साथ-साथ बहुत अधिक धन की आवश्यकता होगी। अगर यदि एक किलोग्राम सिंथेटिक इंडिगो की जगह बायो इंडिगो प्रयोग किया जाए तो कम खर्च और प्रयास में 10 किलोग्राम तक केबिन फुटप्रिंट को कम किया जा सकता है। बायो इंडिगो उन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए बनाया गया है, जिनके चलते कपड़ा उद्योग लगातार बढ़ते प्रदूषण के स्तर का सामना कर रहा है। लाइफ साइकल एनालिसिस (एलसीए) रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है कि बायो इंडिगो के एक किलोग्राम के प्रयोग से सिंथेटिक इंडिगो की तुलना में कार्बन फुटप्रिंट 10 किलोग्राम तक कमी आती है। यदि हमें सतत विकास के उद्देश्य को प्राप्त करना है तो इसके लिए आज से ही प्रयास करने होंगे।"
उन्होंने बायो इंडिगो को भविष्य की कैश क्रॉप बताते हुए कि यदि उत्तर प्रदेश में किसान गन्ना या मेंथा की जगह बायो इंडिगो की खेती करें तो प्रति एकड़ उनकी आय कहीं अधिक हो जाएगी। उन्होंने टेक्सटाइल इंडस्ट्री में नेचुरल डाइज के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार से रियायत व आवश्यक कदम उठाने का आग्रह भी किया। यह टेक्सटाइल प्रोसेसिंग में कार्बन फुटप्रिंट प्रभाव को कम कर सकता है और चीन से सिंथेटिक इंडिगो के आयात कमी लाकर और बड़ी संख्या में किसानों को रोजगार प्रदान कर सकता है।
उन्होंने इस बात पर भी ध्यान आकर्षित किया कि चिकन और जरदोजी जैसे हथकरघा और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए, हमें अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपग्रेड करना होगा। यह उद्देश्य तभी पूरा होगा जब सरकार पर्यावरण के अनुकूल स्टैंडर्ड टेक्सटाइल प्रोसेसिंग को संभव बनाने के लिए विशेष सुविधा क्लस्टर स्थापित करती है।