खरमास 2024, जानिए, कब से शुरू होंगे विवाह और मांगलिक कार्यों के शुभ मुहूर्त

खरमास 2024, जानिए, कब से शुरू होंगे विवाह और मांगलिक कार्यों के शुभ मुहूर्त
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सनातन धर्म में खरमास का समय अत्यधिक महत्व रखता है। इस अवधि में सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं, जैसे विवाह, सगाई, गृह प्रवेश और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम। ऐसी मान्यता है कि खरमास के दौरान किए गए शुभ कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं या वे सफल नहीं होते। यही कारण है कि इस समय लोग नए कार्यों को आरंभ करने से बचते हैं।


कब शुरू हो रहा है खरमास?


इस साल सूर्य देव 15 दिसंबर 2024 को धनु राशि में गोचर करेंगे, जिससे खरमास का आरंभ होगा। यह अवधि एक माह तक चलेगी और 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के साथ समाप्त होगी। खरमास के समाप्त होते ही शुभ कार्यों का सिलसिला फिर से शुरू हो जाएगा।


विवाह के शुभ मुहूर्त कब मिलेंगे?


खरमास की समाप्ति के बाद, जनवरी 2025 में विवाह के लिए कुल 10 शुभ मुहूर्त उपलब्ध होंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह समय वैवाहिक आयोजनों के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। जनवरी महीने का अंतिम शुभ मुहूर्त 27 जनवरी को होगा, जब त्रयोदशी तिथि और मूल नक्षत्र का संयोग बनेगा। इसके बाद विवाह के अगले शुभ मुहूर्त फरवरी 2025 में उपलब्ध होंगे।


जनवरी 2025 के विवाह के 10 शुभ मुहूर्त


1. 15 जनवरी

मकर संक्रांति के बाद विवाह का पहला शुभ मुहूर्त मिलेगा। यह दिन अत्यधिक पवित्र और मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है।


2. 17 जनवरी

द्वितीया तिथि और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का योग, विवाह के लिए आदर्श।


3. 20 जनवरी

पंचमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र का शुभ संयोग।


4. 22 जनवरी

सप्तमी तिथि और पुष्य नक्षत्र के कारण यह दिन शुभ रहेगा।


5. 23 जनवरी

अष्टमी तिथि, शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त।


6. 24 जनवरी

नवमी तिथि और मघा नक्षत्र, विशेष रूप से विवाह के लिए उत्तम।


7. 25 जनवरी

दशमी तिथि, धार्मिक और वैवाहिक कार्यों के लिए शुभ।


8. 26 जनवरी

एकादशी तिथि, शुभ आयोजन के लिए अनुकूल।


9. 27 जनवरी

त्रयोदशी तिथि और मूल नक्षत्र, जनवरी का अंतिम विवाह मुहूर्त।


10. 28 जनवरी

चतुर्दशी तिथि, कुछ विशेष क्षेत्रों में इसे शुभ माना जाता है।


विवाह की योजना बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें


●जनवरी के मुहूर्तों में अपनी सुविधा और पंडित से परामर्श करके तारीख तय करें।


●विवाह की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय लेकर काम करें।


●शुभ मुहूर्त के आधार पर बुकिंग और अन्य व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित कर लें।


खरमास के दौरान जहां शुभ कार्यों पर विराम लग जाता है, वहीं इसके समाप्त होते ही मांगलिक कार्यों का सिलसिला जोर-शोर से शुरू हो जाता है। अगर आप 2025 में विवाह की योजना बना रहे हैं, तो जनवरी के शुभ मुहूर्तों का ध्यानपूर्वक चयन करें और तैयारी में जुट जाएं। मकर संक्रांति के बाद का समय वैवाहिक आयोजनों के लिए बेहद खास रहेगा।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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