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मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2024, इस दिन करें विशेष पूजा और दान, मिलेगा चंद्र दोष से मुक्ति

मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2024, इस दिन करें विशेष पूजा और दान, मिलेगा चंद्र दोष से मुक्ति

मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा...PS

मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार अत्यधिक महत्व रखती है, क्योंकि यह एक महीने का समापन करती है और नए माह की शुरुआत का संकेत देती है। इस साल 15 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा, जो खासतौर पर धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन को लेकर धार्मिक शास्त्रों में विशेष पूजा विधियों और दान के महत्व का उल्लेख किया गया है, जिससे व्यक्ति को चंद्र दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति का वास होता है।


पूर्णिमा तिथि का महत्व:


पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्र देव की पूजा का विशेष महत्व होता है। चंद्र देव को मन, भावना और मानसिक शांति का प्रतीक माना जाता है। मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा पर चंद्र देव की पूजा करने से मानसिक अशांति दूर होती है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा भी अत्यधिक फलदायी मानी जाती है, क्योंकि यह तिथि भगवान विष्णु के आशीर्वाद और लक्ष्मी के साथ प्रचुर धन की प्राप्ति के लिए बहुत ही शुभ होती है।


मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर विशेष पूजा विधि:


1. चंद्र पूजा: इस दिन चंद्र देव को दूध, जल, चीनी और अन्य शुभ वस्त्रों से अर्पित कर पूजा करनी चाहिए। इससे चंद्र दोष समाप्त होता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।


2. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा: इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए। इससे घर में सुख-शांति का वास होता है और दरिद्रता समाप्त होती है।


3. ध्यान और साधना: पूर्णिमा तिथि पर ध्यान और साधना करने से मानसिक शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह दिन आत्म-निर्माण और आत्मविकास के लिए भी उपयुक्त होता है।


दान का महत्व:


मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर विशेष दान का महत्व भी है। कहा जाता है कि इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।


1. चांदी का दान: इस दिन चांदी का दान करने से चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है और मानसिक शांति मिलती है।


2. काले तिल और उड़द दाल का दान: यह दान शनि के प्रभाव को कम करता है और जीवन में समृद्धि लाता है।


3. किसान या गरीबों को अन्न का दान: इस दिन विशेष रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और दरिद्रता दूर होती है।


मार्गशीर्ष पूर्णिमा का यह पर्व एक अद्भुत अवसर होता है जब व्यक्ति अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सुख प्राप्त करने के लिए भगवान की पूजा कर सकता है। इस दिन किए गए दान और पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं और चंद्र दोष से मुक्ति मिल सकती है।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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