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मासिक दुर्गाष्टमी 2025, मां दुर्गा की पूजा और दान से खुलते हैं सौभाग्य के द्वार

मासिक दुर्गाष्टमी 2025, मां दुर्गा की पूजा और दान से खुलते हैं सौभाग्य के द्वार

हिंदू धर्म में दुर्गाष्टमी का...PS

हिंदू धर्म में दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व है। हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाने वाली यह मासिक दुर्गाष्टमी, मां दुर्गा की आराधना और दान-पुण्य के लिए खास मानी जाती है। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य भी लाता है। इस साल पौष मास की मासिक दुर्गाष्टमी 7 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी।


मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष माह की मासिक दुर्गाष्टमी 7 जनवरी को पड़ रही है। यह दिन सुबह से लेकर शाम तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना और दान के लिए शुभ माना गया है। अष्टमी तिथि का प्रारंभ 6 जनवरी की रात 11:30 बजे होगा और यह 7 जनवरी की रात 12:45 बजे तक जारी रहेगी।


दुर्गाष्टमी का महत्व

मासिक दुर्गाष्टमी मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सुअवसर है। मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं, जीवन में सुख-शांति आती है और व्यक्ति के सारे कष्ट समाप्त हो जाते हैं। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव और उन्नति चाहते हैं।


पूजा विधि और आवश्यक अनुष्ठान

मासिक दुर्गाष्टमी के दिन भक्त प्रातःकाल स्नान कर साफ वस्त्र धारण करते हैं। पूजा स्थल को स्वच्छ कर मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित किया जाता है। पूजा के दौरान मां को लाल फूल, सिंदूर, अक्षत, चंदन और फल अर्पित किए जाते हैं। दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करना इस दिन विशेष फलदायी माना जाता है।


इसके साथ ही, भक्त मां को प्रसाद अर्पित कर इसे अन्य भक्तों में बांटते हैं। इस दिन उपवास रखना भी शुभ माना जाता है। यदि उपवास संभव न हो, तो सात्विक भोजन ग्रहण किया जा सकता है।


दान का महत्व

मासिक दुर्गाष्टमी पर दान करने का भी विशेष महत्व है। इस दिन अनाज, वस्त्र, फल, और धन का दान करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसा माना जाता है कि दान से व्यक्ति के पाप समाप्त होते हैं और उसे ईश्वरीय कृपा प्राप्त होती है।


पौराणिक मान्यता

पौराणिक कथाओं के अनुसार, दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा ने कई असुरों का संहार किया था, जिससे इस दिन को शक्ति और विजय का प्रतीक माना जाता है। भक्तगण मां दुर्गा की पूजा कर उनसे अपने जीवन की समस्याओं के समाधान और सुखद भविष्य की कामना करते हैं।


आध्यात्मिक लाभ

मासिक दुर्गाष्टमी केवल पूजा का पर्व नहीं है, बल्कि यह आत्मा को शुद्ध करने और आंतरिक शांति प्राप्त करने का भी माध्यम है। इस दिन की गई साधना, उपवास, और दान से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक लाभ मिलता है।


इस मासिक दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की आराधना कर उनके आशीर्वाद से जीवन में शुभता और सौभाग्य का अनुभव करें। यह पवित्र दिन आपको हर तरह की बाधाओं से मुक्त करेगा और आपके जीवन को उज्ज्वल बनाएगा।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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