जनवरी 2025, चोर पंचक की शुरुआत और सावधानियां, जानें इन 5 दिनों के नियम

जनवरी 2025, चोर पंचक की शुरुआत और सावधानियां, जानें इन 5 दिनों के नियम
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वैदिक ज्योतिष के अनुसार, हर महीने 5 विशेष दिन आते हैं, जिन्हें "पंचक" कहा जाता है। इन दिनों को धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इन पांच दिनों के दौरान कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही होती है। जनवरी 2025 में भी पंचक का आरंभ जल्द ही होने वाला है। इस बार का पंचक विशेष रूप से महत्वपूर्ण और कुछ मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता वाला है।


पंचक कब से कब तक?

जनवरी 2025 में पंचक का आरंभ 3 जनवरी को सुबह 10:47 बजे होगा और इसका समापन 7 जनवरी को शाम 5:50 बजे होगा। इस पंचक का आरंभ शुक्रवार के दिन हो रहा है, जिसके कारण इसे "चोर पंचक" कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चोर पंचक को अशुभ माना जाता है, और इन दिनों में कुछ कार्य विशेष रूप से वर्जित होते हैं।


चोर पंचक का अर्थ और प्रभाव

"चोर पंचक" का मतलब होता है कि इन दिनों किए गए कार्यों का परिणाम चोरी, हानि या अनिष्ट के रूप में हो सकता है। यह पंचक विशेष रूप से उन लोगों के लिए अधिक महत्वपूर्ण है जो बड़े फैसले लेने या नए कार्य शुरू करने की योजना बना रहे हैं।


इन कार्यों से बचें

1. घर निर्माण या नई संपत्ति खरीदना

पंचक के दौरान घर निर्माण, नींव रखना या किसी नई संपत्ति की खरीदारी अशुभ मानी जाती है। यह हानि या विवाद का कारण बन सकता है।

2. नए व्यवसाय की शुरुआत

चोर पंचक के समय नया व्यापार शुरू करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे व्यापार में बाधाएं आ सकती हैं।

3. यात्रा का निर्णय

इस अवधि में लंबी दूरी की यात्रा करना अशुभ माना गया है। यदि यात्रा अत्यंत आवश्यक हो, तो शुभ मुहूर्त देखकर ही करें।

4. दाह संस्कार से संबंधित कार्य

यदि पंचक के दौरान किसी व्यक्ति का निधन हो जाता है, तो परंपराओं के अनुसार पांच पुतलों का दाह संस्कार साथ में करना चाहिए। यह अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है।

5. धन से जुड़े बड़े फैसले

पंचक के दौरान धन संबंधी बड़े फैसले, निवेश या कर्ज लेने-देने से बचना चाहिए।


क्या करें इस दौरान?

*पंचक के दौरान भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करें।

*शनिवार के दिन विशेष रूप से शनि देव की आराधना करें।

*जरूरतमंदों को भोजन और दान करें, ताकि पंचक का अशुभ प्रभाव कम हो सके।

*पंचक काल में विवादों और बड़े फैसलों से बचने का प्रयास करें।


क्या है पंचक का धार्मिक महत्व?

पंचक का उद्देश्य हमें उन दिनों में सावधान रहने की सलाह देना है जब खगोलीय परिस्थितियां मानव जीवन पर प्रभाव डाल सकती हैं। इसे अंधविश्वास न मानते हुए, इसे एक अवसर के रूप में देखना चाहिए, जहां हम सतर्कता और धैर्य के साथ अपने कार्यों को अंजाम दें।


जनवरी 2025 का यह पंचक विशेष रूप से "चोर पंचक" के रूप में जाना जाएगा, जो कि सावधानी और सतर्कता बरतने का समय है। हालांकि ये दिन कार्यों पर रोक लगाने का संकेत नहीं देते, लेकिन धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, इन दिनों में कुछ कार्यों को स्थगित करना बेहतर माना गया है। अपने कर्मों में सही दिशा और संयम बनाए रखते हुए इन 5 दिनों को उपयोगी बनाया जा सकता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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