सफला एकादशी व्रत का पारण, 27 दिसंबर 2024 को जानें शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

सफला एकादशी व्रत का पारण, 27 दिसंबर 2024 को जानें शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
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हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, और हर एकादशी अपने आप में अद्वितीय फल प्रदान करती है। सफला एकादशी पौष मास के कृष्ण पक्ष में आती है और इसे भगवान विष्णु की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस वर्ष, सफला एकादशी का पारण 27 दिसंबर 2024, शुक्रवार को किया जाएगा। इस दिन का धार्मिक महत्व, व्रत विधि और शुभ मुहूर्त जानना व्रतधारियों के लिए बेहद जरूरी है।


सफला एकादशी का महत्व


सफला एकादशी व्रत का मुख्य उद्देश्य जीवन में सफलता प्राप्त करना और भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाना है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से न केवल सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है, बल्कि यह व्रत सात जन्मों के पापों को भी नष्ट करता है। इस दिन भक्तगण विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते हैं और फलाहार करते हैं।


व्रत पारण का शुभ मुहूर्त


व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, सफला एकादशी व्रत का पारण 27 दिसंबर 2024 को सुबह [पारण समय का उल्लेख करें] से [समाप्ति समय] तक किया जाएगा।


सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय: [समय जोड़ें]

सूर्यास्त: [समय जोड़ें]


राहुकाल का समय

27 दिसंबर 2024 को राहुकाल का समय [समय का उल्लेख करें] होगा। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।


व्रत विधि और पूजा का सही तरीका

1. स्नान और संकल्प: प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु का ध्यान करें।

2. पूजा-अर्चना: विष्णु भगवान को पीले फूल, तुलसीदल और भोग अर्पित करें।

3. मंत्र जाप: "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का जाप करें।

4. दान-पुण्य: गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन और वस्त्र दान करें।

5. रात्रि जागरण: विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते हुए जागरण करें।


सफला एकादशी का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व

यह एकादशी धन और समृद्धि के कारक मानी जाती है। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन व्रत और पूजा से चंद्रमा और गुरु ग्रह को बल मिलता है। यह दिन उन लोगों के लिए विशेष है जो करियर, व्यापार और पारिवारिक जीवन में सफलता पाना चाहते हैं।


सावधानियां और विशेष निर्देश

व्रत के दौरान क्रोध, असत्य भाषण और किसी भी प्रकार के नकारात्मक कार्यों से बचें।

पूरी निष्ठा और श्रद्धा के साथ भगवान विष्णु की आराधना करें।

पारण सही समय पर ही करें, अन्यथा व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता।


सफला एकादशी व्रत और पारण धार्मिक आस्था का प्रतीक है। यह दिन भगवान विष्णु की कृपा पाने और जीवन में सफलता के नए द्वार खोलने का अवसर प्रदान करता है। 27 दिसंबर 2024 को आने वाली इस शुभ तिथि का लाभ उठाएं और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करें।


यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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