शनि त्रयोदशी: 28 दिसंबर को जानें इस दिन के महत्व और पूजा विधि के बारे में
- In मुख्य समाचार 20 Dec 2024 5:31 PM IST
हिंदू धर्म में शनि त्रयोदशी को एक विशेष और महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। यह दिन शनि देव की विशेष पूजा और व्रत के लिए समर्पित होता है, जिसमें श्रद्धालु शनि देव के साथ महादेव की पूजा भी करते हैं। इस दिन को विशेष रूप से समस्याओं से मुक्ति और शांति पाने के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। शनि त्रयोदशी के दौरान की जाने वाली पूजा से व्यक्ति के जीवन में आ रहे संकटों का निवारण होता है और शनि की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस साल शनि त्रयोदशी 28 दिसंबर 2024 को पड़ने जा रही है। आइए जानते हैं कि इस दिन का क्या महत्व है और इसे कैसे मनाना चाहिए।
शनि त्रयोदशी का महत्व
शनि त्रयोदशी को विशेष रूप से शनि देव की पूजा का दिन माना जाता है। त्रयोदशी तिथि में शनि देव की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन की तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। शनि देव का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा होता है और उनकी साढ़े साती या ढैय्या के दौरान कई प्रकार की परेशानियां आ सकती हैं। इस दिन व्रत रखने और पूजा-पाठ करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में आने वाली कष्टों और परेशानियों में कमी आती है।
इसके साथ ही, इस दिन महादेव की पूजा भी की जाती है। शनि देव और महादेव के बीच गहरी नाता है, और इनकी पूजा से जीवन में शांति और समृद्धि आती है। शनि त्रयोदशी के दिन खासतौर पर इन दोनों की संयुक्त पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
शनि त्रयोदशी 2024: 28 दिसंबर को यह दिन होगा विशेष
इस साल शनि त्रयोदशी 28 दिसंबर 2024 को पड़ रही है, जो विशेष रूप से शनि और महादेव दोनों की पूजा के लिए उपयुक्त समय होगा। इस दिन का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बढ़ जाता है, क्योंकि यह एक विशेष तिथि है, जो शनि देव की कृपा और महादेव के आशीर्वाद से जीवन को संजीवनी देती है।
शनि त्रयोदशी के दिन व्रत रखने से विशेष रूप से कार्यों में सफलता, रोगों से मुक्ति और जीवन में स्थिरता प्राप्त होती है। अगर किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या का प्रभाव है, तो यह दिन उनके लिए खास रूप से लाभकारी हो सकता है।
शनि त्रयोदशी की पूजा विधि
शनि त्रयोदशी के दिन पूजा विधि को विधिपूर्वक करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन शनि देव की पूजा का तरीका निम्नलिखित है:
1. स्नान और शुद्धता: पूजा करने से पहले दिनभर उपवासी रहकर स्नान करें और शुद्ध हो जाएं। इसके बाद भगवान शनि देव और महादेव का ध्यान करें।
2. शनि देव की पूजा: शनि देव की पूजा करते समय उनके चित्र या मूर्ति के सामने तेल का दीपक लगाएं। शनि देव को काले तिल, तेल, उड़द की दाल, लोहे की धातु, काले वस्त्र और नीले फूल चढ़ाएं। इसके अलावा, शनि की पूजा में विशेष रूप से हल्दी, गंध, चावल और पानी का उपयोग करें।
3. महादेव की पूजा: महादेव की पूजा के लिए शिवलिंग का स्नान गंगाजल या जल से करें। इसके बाद, शिवलिंग पर दूध, शहद, दही, चावल और बेल पत्र अर्पित करें। महादेव के मंत्रों का जाप करें, विशेष रूप से "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें। इस दिन रुद्राभिषेक भी किया जा सकता है, जो विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
4. उपवासी रहना: शनि त्रयोदशी के दिन उपवासी रहकर व्रत करें, और विशेष रूप से इस दिन हर प्रकार की गलत बातों से बचें। अपनी वाणी को संयमित रखें और किसी भी प्रकार का झगड़ा या विवाद से दूर रहें।
5. दान और आशीर्वाद: पूजा के बाद जरूरतमंदों को काले तिल, तेल, लोहे के बर्तन या काले वस्त्र दान करें। साथ ही, बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त करें।
शनि त्रयोदशी के लाभ
1. सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान: इस दिन पूजा करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में आ रहे किसी भी प्रकार के संकटों और परेशानियों का समाधान होता है। खासकर शनि की साढ़े साती या ढैय्या से प्रभावित व्यक्ति के लिए यह दिन बेहद लाभकारी है।
2. धन और समृद्धि में वृद्धि: शनि त्रयोदशी के दिन पूजा करने से घर में धन और समृद्धि का वास होता है। शनि देव की कृपा से आर्थिक संकट समाप्त हो सकता है और नए अवसर मिल सकते हैं।
3. मानसिक शांति और समृद्धि: इस दिन की गई पूजा से मानसिक शांति मिलती है और जीवन में स्थिरता आती है। यह दिन मनोबल बढ़ाने के लिए उपयुक्त होता है।
28 दिसंबर 2024 को शनि त्रयोदशी का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इस दिन की गई पूजा और व्रत से शनि देव की कृपा प्राप्त की जा सकती है, जो जीवन में आ रही समस्याओं का समाधान कर सकती है। साथ ही, महादेव की पूजा से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है। शनि त्रयोदशी के दिन किए गए उपायों और पूजा से जीवन में स्थिरता, धन, और मानसिक शांति प्राप्त की जा सकती है, जिससे जीवन में सफलता के नए मार्ग खुल सकते हैं।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।