लद्दाख में LAC के पास चीनी सैनिकों से बहस कर भारतीय चरवाहों ने दिखाई बहादुरी

लद्दाख में LAC के पास चीनी सैनिकों ने भारतीय चरवाहों को भेड़ चराने से रोकने की कोशिश की। इस पर चरवाहों ने बहुत बहादुरी से इन सैनिकों से बहस की।
घटना 29 जनवरी, 2024 को हुई। लद्दाख के नुब्रा घाटी में स्थित डेमचोक क्षेत्र के पास भारतीय चरवाहों का एक समूह भेड़ चराने के लिए गया था। तभी चीनी सैनिकों ने उन्हें रोक लिया और कहा कि वे इस क्षेत्र में भेड़ नहीं चर सकते हैं।
चरवाहों ने चीनी सैनिकों को बताया कि यह क्षेत्र भारत का है और वे यहां भेड़ चराने के हकदार हैं। इस पर चीनी सैनिकों ने चरवाहों के साथ बहस शुरू कर दी।
चरवाहों ने भी चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया। उन्होंने चीनी सैनिकों को बताया कि वे भारत के नागरिक हैं और उन्हें अपने देश में कहीं भी भेड़ चराने का अधिकार है।
बहस काफी देर तक चली। अंत में, चीनी सैनिक चरवाहों के आगे झुक गए और उन्हें भेड़ चराने की अनुमति दे दी।
इस घटना को लेकर भारतीय जनता ने चरवाहों की बहादुरी की सराहना की है। लोगों का कहना है कि चरवाहों ने अपनी बहादुरी से भारत की गरिमा का मान बढ़ाया है।
इस घटना से यह भी पता चलता है कि भारत-चीन सीमा पर तनाव अभी भी बना हुआ है। दोनों देशों के सैनिकों के बीच अक्सर ऐसी झड़पें होती रहती हैं।