14 अप्रैल से फिर से गूंजेगी शहनाइयों की रुनझुन, खरमास समाप्ति के साथ शुरू होंगे शुभ विवाह मुहूर्त

14 अप्रैल से फिर से गूंजेगी शहनाइयों की रुनझुन, खरमास समाप्ति के साथ शुरू होंगे शुभ विवाह मुहूर्त
X

वर्तमान समय में खरमास चल रहा है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत विशेष माना जाता है। खरमास के दौरान शुभ कार्यों पर स्वाभाविक रूप से रोक लग जाती है। इस अवधि में न तो विवाह होते हैं, न सगाई, न ही गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य किए जाते हैं। खरमास का समापन इस वर्ष 14 अप्रैल 2025 को होगा, जिसके बाद शुभ योग और मुहूर्तों की वापसी होगी और एक बार फिर विवाह, नामकरण, मुंडन और जनेऊ जैसे धार्मिक अनुष्ठानों की शुरुआत होगी।

खरमास क्या है और क्यों माने जाते हैं अशुभ?

खरमास को मलमास भी कहा जाता है। यह तब आता है जब सूर्य देव गुरु ग्रह बृहस्पति की राशियों – धनु और मीन – में प्रवेश करते हैं। इस दौरान सूर्य की ऊर्जा को शुभ कार्यों के लिए अनुपयुक्त माना जाता है। इसी कारण इस समय विवाह, गृह प्रवेश, सगाई, यज्ञोपवीत और मुंडन जैसे मांगलिक कार्यों पर पाबंदी लग जाती है। मान्यता है कि खरमास में किए गए शुभ कार्य पूर्ण फल नहीं देते और लंबे समय तक उनका प्रभाव स्थायी नहीं रहता।

कब से शुरू होंगे शुभ कार्य?

14 अप्रैल 2025 को खरमास की समाप्ति के साथ ही एक बार फिर शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। इसी दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे, जिसे मेष संक्रांति कहते हैं और यहीं से नववर्ष के मांगलिक कार्य पुनः प्रारंभ होते हैं। इसके बाद शादी-ब्याह, सगाई, गृह प्रवेश और अन्य संस्कारों के लिए शुभ मुहूर्तों की बहार आ जाएगी।

विवाह योग्य परिवारों के लिए बड़ी राहत

खरमास के कारण पिछले कई हफ्तों से जिन परिवारों ने विवाह की तैयारियां रोक रखी थीं, अब उनके लिए राहत की खबर है। विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए अप्रैल, मई और जून माह में कई शुभ तिथियां उपलब्ध रहेंगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 14 अप्रैल के बाद लगातार विवाह और सगाई के अनुकूल ग्रह स्थिति बनने वाली है, जिससे देशभर में फिर से शहनाइयां गूंजेंगी।

किन बातों का रखें ध्यान

शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले योग्य पंडित से मुहूर्त निकलवाना अनिवार्य है। जन्मकुंडली के आधार पर उपयुक्त तिथि और समय का चयन करने से वैवाहिक जीवन में शुभता बनी रहती है। साथ ही, विवाह स्थलों की बुकिंग, खरीदारी, निमंत्रण पत्र आदि की तैयारियों को अंतिम रूप देने का यही सही समय है।

14 अप्रैल 2025 के बाद मांगलिक कार्यों की पुनः शुरुआत के साथ जीवन में खुशियों की वापसी होने वाली है। खरमास की समाप्ति एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता लेकर आती है। जिन लोगों ने अपने शुभ कार्यों को रोक रखा था, वे अब निश्चिंत होकर अपने आयोजन की तैयारियां कर सकते हैं।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

Tags:
Next Story
Share it