Public Khabar

3 जनवरी 2025, वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी का पावन दिन, जानें महत्व और पूजा विधि

3 जनवरी 2025, वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी का पावन दिन, जानें महत्व और पूजा विधि
X

आज का दिन विशेष रूप से शुभ है, क्योंकि 3 जनवरी 2025 को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है। यह शुक्रवार का दिन भगवान गणेश की आराधना और उनकी कृपा पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस पावन अवसर पर भक्तजन भगवान गणेश की पूजा कर अपने जीवन से विघ्न-बाधाओं को दूर करने और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।


वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश चतुर्थी हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आती है, लेकिन जब यह शुक्रवार के दिन पड़ती है, तो इसे वैनायकी चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान गणेश इस दिन अपने भक्तों के जीवन से सभी प्रकार की समस्याओं और कष्टों को हरते हैं। यह दिन विशेष रूप से बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि की प्राप्ति के लिए समर्पित है।


गणेश चतुर्थी तिथि और शुभ मुहूर्त

चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 2 जनवरी 2025 की रात 10:30 बजे

चतुर्थी तिथि समाप्त: 3 जनवरी 2025 की रात 11:15 बजे

इस दिन पूजा का सबसे शुभ समय सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक रहेगा।


पूजा विधि और अनुष्ठान

1. प्रातःकाल स्नान और संकल्प: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।

2. पूजा स्थल की तैयारी: भगवान गणेश की प्रतिमा या तस्वीर को पूजा स्थल पर स्थापित करें।

3. पूजा सामग्री: दूर्वा घास, मोदक, लाल फूल, रोली, अक्षत, और चंदन का उपयोग करें।

4. मंत्र जाप: भगवान गणेश का ध्यान करते हुए ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।

5. प्रसाद अर्पण: भगवान गणेश को मोदक या लड्डू का भोग लगाएं और परिवार के सदस्यों में प्रसाद वितरित करें।


व्रत का महत्व

वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी पर व्रत रखने से भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होता है। यह व्रत तन-मन की शुद्धि और भगवान गणेश की कृपा पाने का एक माध्यम है। व्रत के दौरान सात्विक भोजन ग्रहण करें और दिनभर भगवान का ध्यान करें।


धार्मिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार देवताओं ने भगवान गणेश की आराधना कर उन्हें विघ्नहर्ता का आशीर्वाद दिया। तभी से यह दिन भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो गया। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है।


क्या करें और क्या न करें

क्या करें:

●भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करें, यह उन्हें अत्यंत प्रिय है।

●गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें।

●अपने कार्यों को लेकर सकारात्मक रहें।


क्या न करें:

●किसी का अपमान न करें और क्रोध से बचें।

●पूजा के समय अशुद्ध वस्त्र या स्थान का उपयोग न करें।


वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी का दिन भक्तों के लिए भगवान गणेश की कृपा पाने और अपने जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरने का सुनहरा अवसर है। इस पवित्र दिन पर की गई पूजा और व्रत न केवल आध्यात्मिक लाभ देते हैं, बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

Next Story
Share it