30 दिसंबर 2024, सोमवती अमावस्या पर करें ये खास कार्य, मिलेगी अपार पुण्य और शुभ फल
- In मुख्य समाचार 14 Dec 2024 1:52 PM IST
इस साल की आखिरी अमावस्या 30 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी। यह विशेष अमावस्या सोमवार को पड़ने के कारण इसे "सोमवती अमावस्या" कहा जाएगा। सोमवती अमावस्या का महत्व बहुत अधिक होता है, खासकर यदि यह दिन सोमवार को आए। इसे लेकर मान्यता है कि इस दिन खास पूजा-अर्चना और दान-पुण्य से व्यक्ति को अपार पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।
सोमवती अमावस्या का महत्व:
सोमवती अमावस्या को लेकर मान्यता है कि इस दिन विशेष रूप से पितरों की पूजा, व्रत और दान करना बहुत लाभकारी होता है। यह दिन विशेष रूप से पितृ दोष को दूर करने और पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए उपयुक्त माना जाता है। साथ ही, इस दिन किए गए उपायों से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
सोमवती अमावस्या पर करें ये कार्य:
1. पितृ पूजा और तर्पण: इस दिन पितरों का तर्पण करना और उनकी पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह कार्य पितृ दोष को दूर करता है और पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करता है।
2. दान का महत्व: सोमवती अमावस्या के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना विशेष फलदायी होता है। खासकर, काले तिल, उड़द की दाल, कपड़े और खाद्य सामग्री का दान करना शुभ माना जाता है। यह कार्य पुण्य का संचय करता है और जीवन में समृद्धि लाता है।
3. रूद्राभिषेक: इस दिन विशेष रूप से रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। शिव पूजा से जीवन की कठिनाइयां दूर होती हैं और स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
4. सोमवार व्रत: अगर आप सोमवती अमावस्या पर व्रत करते हैं तो यह विशेष रूप से लाभकारी होता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है और सारे शोक समाप्त होते हैं।
5. चंद्र देव की पूजा: सोमवती अमावस्या पर चंद्र देव की पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है और मन के विकार दूर होते हैं। चंद्र दोष समाप्त करने के लिए इस दिन विशेष पूजा करनी चाहिए।
सोमवती अमावस्या का यह पर्व एक महान अवसर होता है जब हम अपने पितरों के लिए पूजा और तर्पण कर सकते हैं, साथ ही अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए धार्मिक उपायों का पालन कर सकते हैं। यह दिन विशेष रूप से शुभ होता है, और यदि इस दिन धार्मिक कार्यों को पूरी श्रद्धा और विश्वास से किया जाए, तो जीवन में अपार पुण्य और शुभ फल मिलते हैं।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।