6 मार्च 2025 का पंचांग, गुरुवार को रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे चंद्रदेव, जानें दिनभर के शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर दिन का विशेष महत्व होता है, क्योंकि तिथि, नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। 6 मार्च 2025, गुरुवार का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में स्थित रहेंगे। यह नक्षत्र विशेष रूप से समृद्धि, सौभाग्य और शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन के शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और महत्वपूर्ण ज्योतिषीय जानकारी।
6 मार्च 2025 का पंचांग
विक्रम संवत: 2081
शक संवत: 1946
माह: फाल्गुन माह, शुक्ल पक्ष
दिन: गुरुवार
तिथि: सप्तमी (शुक्ल पक्ष)
नक्षत्र: रोहिणी (पूरे दिन)
योग: शुभ
करण: गर
चंद्रमा की स्थिति: वृषभ राशि में
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: प्रातः 06:35 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:20 बजे
राहुकाल (अशुभ समय)
दोपहर 01:30 बजे से 03:00 बजे तक
राहुकाल के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय में किए गए कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं।
शुभ मुहूर्त (अमृत काल और अभिजीत मुहूर्त)
अभिजीत मुहूर्त: 12:10 बजे से 12:55 बजे तक
अमृत काल: 04:10 बजे से 05:45 बजे तक
गुरुवार और रोहिणी नक्षत्र का विशेष महत्व
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति ग्रह से जुड़ा हुआ होता है। इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना और पीले रंग के प्रसाद का भोग लगाना शुभ माना जाता है। वहीं, रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा का होना विशेष रूप से धन, वैभव और सुख-समृद्धि को बढ़ाने वाला माना जाता है। इस नक्षत्र में व्यापार, गृह प्रवेश, वाहन खरीदारी और विवाह से जुड़े कार्य करना शुभ होता है।
आज के दिन क्या करें और क्या न करें?
✅ करें:
* भगवान विष्णु की पूजा करें और केले के वृक्ष में जल अर्पित करें।
* जरूरतमंद लोगों को पीले वस्त्र और चने की दाल का दान करें।
* नई योजनाओं की शुरुआत के लिए यह दिन शुभ रहेगा।
❌ न करें:
* राहुकाल में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत करने से बचें।
* इस दिन झूठ बोलने और अहंकार करने से बचें, क्योंकि यह गुरु ग्रह के प्रभाव को कमजोर कर सकता है।
* किसी भी प्रकार के ऋण लेने या देने से बचें।
6 मार्च 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय रूप से बेहद शुभ माना जा रहा है। चंद्रमा की स्थिति और नक्षत्र का प्रभाव इसे और अधिक महत्वपूर्ण बना रहा है। इस दिन शुभ कार्यों की शुरुआत करने वाले जातकों को विशेष सफलता मिलने की संभावना है। गुरुवार और रोहिणी नक्षत्र का यह संयोग धन, सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला रहेगा।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।