8 जनवरी 2025, अश्विनी नक्षत्र के संयोग में जानिए बुधवार का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
- In मुख्य समाचार 7 Jan 2025 5:13 PM IST
8 जनवरी 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टि से कई महत्वपूर्ण संयोगों से भरा हुआ है। इस दिन चंद्रमा का संचार अश्विनी नक्षत्र में होगा और शाम को नक्षत्र परिवर्तन के साथ एक नया ज्योतिषीय प्रभाव देखने को मिलेगा। बुध ग्रह के स्वामित्व वाले इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि यह दिन ज्ञान, व्यापार, और संवाद के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं इस दिन के शुभ मुहूर्त, राहुकाल, और सूर्योदय-सूर्यास्त के समय के बारे में।
अश्विनी नक्षत्र और इसका प्रभाव
अश्विनी नक्षत्र को ज्योतिष में ऊर्जा और नए आरंभ का प्रतीक माना गया है। यह नक्षत्र साहस, स्वास्थ्य, और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला होता है। चंद्रमा जब इस नक्षत्र में होता है, तो दिन सकारात्मक और उन्नति का संकेत देता है। 8 जनवरी 2025 को सुबह चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और शाम तक इस नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। इसके बाद चंद्रमा नक्षत्र परिवर्तन करेगा।
8 जनवरी 2025: शुभ मुहूर्त
इस दिन शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त का विशेष ध्यान रखना चाहिए। निम्नलिखित समय पर आप महत्वपूर्ण कार्य कर सकते हैं:
अभिजीत मुहूर्त: 12:08 PM से 12:52 PM तक
विजय मुहूर्त: 2:25 PM से 3:10 PM तक
गोधूलि बेला: सूर्यास्त के समय, 5:35 PM से 5:55 PM तक
इन समयों में नए कार्यों की शुरुआत, निवेश, और पूजा-पाठ करना शुभ रहेगा।
बुधवार का राहुकाल
बुधवार को राहुकाल दिन के मध्य में आता है, जो किसी भी शुभ कार्य के लिए अशुभ माना जाता है। 8 जनवरी 2025 को राहुकाल का समय सुबह 12:33 PM से 2:00 PM तक रहेगा। इस दौरान महत्वपूर्ण कार्यों को टालना ही बेहतर होता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: सुबह 7:08 AM
सूर्यास्त: शाम 5:38 PM
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय पूजा और ध्यान के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। सुबह के समय ध्यान और प्रार्थना करने से मानसिक शांति मिलती है, और सूर्यास्त के समय दीपदान करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
बुधवार के दिन विशेष उपाय
बुधवार का दिन गणपति बप्पा और बुध ग्रह की कृपा पाने के लिए श्रेष्ठ है। इस दिन किए गए कुछ खास उपाय जीवन में शुभता और समृद्धि लाने में सहायक हो सकते हैं:
1. गणेश जी की पूजा करें:
गणपति की मूर्ति के सामने दुर्वा और मोदक अर्पित करें। उनकी आरती गाएं और सफलता के लिए प्रार्थना करें।
2. बुध ग्रह के लिए दान:
हरे वस्त्र, हरी मूंग, या पन्ना रत्न दान करें। इससे बुध ग्रह की अशुभता समाप्त होती है।
3. मंत्र जाप:
"ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र बुध ग्रह को मजबूत करता है।
4. भाई-बहनों के साथ समय बिताएं:
बुधवार का दिन भाई-बहनों के संबंधों को मजबूत करने के लिए शुभ होता है।
अश्विनी नक्षत्र में क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
●स्वास्थ्य से जुड़े कार्यों की शुरुआत करें।
●नई योजनाओं पर काम करें।
●योग और ध्यान का अभ्यास करें।
क्या न करें:
●तनावपूर्ण बातचीत से बचें।
●जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें।
●अनावश्यक खर्चों से बचें।
8 जनवरी 2025 का दिन ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ अवसरों से भरा हुआ है। अश्विनी नक्षत्र और बुधवार का यह संयोग आपकी योजनाओं को नई दिशा दे सकता है। शुभ मुहूर्त में कार्य करें, राहुकाल में सतर्क रहें, और भगवान गणेश की आराधना से अपने दिन को सकारात्मक ऊर्जा से भरें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।