आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी का महत्त्वपूर्ण व्रत, जानें 10 मार्च 2025 के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी का महत्त्वपूर्ण व्रत, जानें 10 मार्च 2025 के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
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हिंदू पंचांग में एकादशी और द्वादशी तिथियों को अत्यंत शुभ और पुण्यकारी माना जाता है। विशेष रूप से, आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी का व्रत अद्भुत आध्यात्मिक और धार्मिक महत्त्व रखता है। इस वर्ष यह दोनों व्रत सोमवार, 10 मार्च 2025 को पड़ रहे हैं, जो इसे और भी शुभ बनाता है क्योंकि सोमवार भगवान शिव को समर्पित दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना से व्यक्ति को विशेष लाभ प्राप्त होता है। साथ ही, गोविंद द्वादशी का व्रत भगवान श्रीहरि की कृपा पाने के लिए उत्तम माना गया है। अगर आप इन व्रतों को करने की योजना बना रहे हैं, तो शुभ मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण समय की जानकारी अवश्य रखें।

आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी का महत्व

आमलकी एकादशी, जिसे रंगभरी एकादशी भी कहा जाता है, विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए जानी जाती है। इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने की परंपरा है, क्योंकि यह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

वहीं, गोविंद द्वादशी का व्रत भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन भगवान विष्णु के गोविंद स्वरूप की आराधना की जाती है। इस व्रत का पालन करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त इस पावन दिन पर व्रत रखता है और भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसे जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और अंततः विष्णु लोक की प्राप्ति होती है।

10 मार्च 2025 का शुभ मुहूर्त

किसी भी धार्मिक अनुष्ठान को करने के लिए शुभ मुहूर्त की जानकारी आवश्यक होती है। 10 मार्च 2025 को आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी के दिन विभिन्न शुभ कार्यों के लिए विशेष मुहूर्त इस प्रकार रहेगा:

ब्रह्म मुहूर्त: 04:50 AM से 05:38 AM तक

अभिजीत मुहूर्त: 12:06 PM से 12:54 PM तक

गोधूलि मुहूर्त: 06:20 PM से 06:45 PM तक

विजय मुहूर्त: 02:30 PM से 03:18 PM तक

इन शुभ समयों में पूजा-पाठ, दान-पुण्य और अन्य धार्मिक कार्य करना अत्यंत लाभकारी रहेगा।

सोमवार का राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण समय

राहुकाल को किसी भी शुभ कार्य के लिए अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई नया कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता है। 10 मार्च 2025 को सोमवार के दिन राहुकाल का समय इस प्रकार रहेगा:

राहुकाल: 07:30 AM से 09:00 AM तक

इस अवधि में पूजा-पाठ या किसी नए कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, दिन के अन्य महत्वपूर्ण समय इस प्रकार हैं:

सूर्योदय का समय: 06:35 AM

सूर्यास्त का समय: 06:15 PM

चंद्रमा की स्थिति: इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेगा, जो बुद्धि और तर्कशीलता को बढ़ाने वाला होगा।

कैसे करें आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी का व्रत?

इन दोनों व्रतों का पालन करने के लिए प्रातःकाल स्नान कर व्रत का संकल्प लिया जाता है। भगवान विष्णु की पूजा गंगाजल, फूल, तुलसी पत्र, धूप और दीप से की जाती है। आंवले के वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा करना और आंवले का प्रसाद चढ़ाना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन व्रतधारी को सत्संग, कथा श्रवण और दान-पुण्य करना चाहिए।

10 मार्च 2025 का दिन अत्यंत शुभ और पावन अवसर लेकर आ रहा है। आमलकी एकादशी और गोविंद द्वादशी के इस विशेष संयोग में जो भी भक्त श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत रखता है, उसे जीवन में सुख-शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। अगर आप भी इन व्रतों का पालन कर रहे हैं, तो शुभ मुहूर्त और राहुकाल का ध्यान रखते हुए पूजा करें और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करें।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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