अंगारकी विनायक चतुर्थी 2025 आज, नवरात्रि के बीच पड़ा शुभ संयोग, गणपति पूजन से मिलेगा कर्ज से छुटकारा

हिंदू धर्म में गणपति बप्पा को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले गणेश जी की आराधना करना अनिवार्य माना जाता है। प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी व्रत रखने की परंपरा है। इस वर्ष, 1 अप्रैल 2025 को यह पावन तिथि पड़ रही है और विशेष बात यह है कि यह चतुर्थी मंगलवार को होने के कारण ‘अंगारकी विनायक चतुर्थी’ के रूप में मनाई जाएगी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब चतुर्थी तिथि मंगलवार के दिन आती है, तो इसे अंगारकी चतुर्थी कहा जाता है। यह संयोग अत्यंत शुभ होता है और खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है, जो कर्ज से मुक्ति पाना चाहते हैं या अपने जीवन की बाधाओं को दूर करना चाहते हैं। इस बार की विनायक चतुर्थी का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि यह नवरात्रि के पावन दिनों के बीच आ रही है। ऐसे में, इस दिन गणेश जी की उपासना करने से दोगुना फल प्राप्त होने की मान्यता है।
अंगारकी विनायक चतुर्थी का महत्व
अंगारकी चतुर्थी को हिंदू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी व्रत माना जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, इस दिन विधिपूर्वक व्रत और गणेश पूजन करने से व्यक्ति की सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। जो लोग लंबे समय से आर्थिक संकट या ऋण से परेशान हैं, उनके लिए यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है, यानी वे अपने भक्तों के जीवन से सभी विघ्न-बाधाओं को दूर कर देते हैं।
अंगारकी विनायक चतुर्थी के दिन श्रद्धालु पूरे दिन उपवास रखते हैं और भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन श्री गणेश को दूर्वा, मोदक और सिंदूर अर्पित करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही, गणपति के खास मंत्रों का जाप करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और हर प्रकार के संकट समाप्त हो जाते हैं।
विनायक चतुर्थी व्रत विधि
अंगारकी विनायक चतुर्थी के दिन व्रत का पालन करने के लिए प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और उनका विधिपूर्वक पूजन करें। इस दिन गणेश जी को लाल फूल, दूर्वा, मोदक और गुड़-चना का भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है।
पूजा के दौरान निम्नलिखित मंत्रों का जाप अवश्य करें—
ॐ गं गणपतये नमः
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
गजाननं भूतगणादि सेवितं कपित्थ जंबूफलचारुभक्षणम्।
उमासुतं शोक विनाशकारणं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।।
व्रत रखने वाले भक्तों को इस दिन नमक और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। संध्या के समय गणेश जी की आरती कर प्रसाद ग्रहण करें और चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करने के बाद ही व्रत पूर्ण करें।
अंगारकी चतुर्थी पर करें ये विशेष उपाय
अगर आप अपने जीवन में लगातार आर्थिक संकट, नौकरी या व्यापार में बाधाओं, कर्ज और पारिवारिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो अंगारकी चतुर्थी के दिन नीचे दिए गए उपाय करने से लाभ मिलेगा—
कर्ज से मुक्ति के लिए – इस दिन एक सुपारी पर हल्दी का तिलक लगाकर उसे भगवान गणेश के समक्ष रखें और पूजा के बाद उसे अपने पर्स में रखें। इससे आर्थिक संकट दूर होगा।
नौकरी और व्यापार में सफलता के लिए – व्यवसाय में तरक्की के लिए इस दिन 21 दूर्वा गणपति को अर्पित करें और ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
ग्रह दोष से राहत के लिए – यदि कुंडली में ग्रह दोष या विशेष रूप से बुध ग्रह कमजोर है, तो इस दिन गणपति को हरी मूंग और गुड़ अर्पित करें।
बाधाओं से छुटकारे के लिए – अपने घर या कार्यस्थल के मुख्य द्वार पर गणपति की मूर्ति या चित्र लगाकर उसकी नियमित पूजा करें।
अंगारकी विनायक चतुर्थी पर करें ये शुभ कार्य
अंगारकी चतुर्थी के दिन कुछ विशेष कार्य करने से भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है—
* किसी गरीब या जरूरतमंद को भोजन कराना और वस्त्र दान करना।
* भगवान गणेश के मंदिर में जाकर उनकी प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक करना।
* घर में गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना।
* श्री गणेश को मोदक और गुड़-चना का भोग लगाकर बाद में इसे प्रसाद के रूप में बांटना।
इस बार की विनायक चतुर्थी अत्यंत खास है क्योंकि यह अंगारकी चतुर्थी के रूप में मनाई जा रही है और साथ ही यह नवरात्रि के पावन दिनों के बीच पड़ रही है। ऐसे शुभ संयोग में भगवान गणेश की आराधना करने से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है। जो लोग जीवन में आर्थिक समस्याओं, कर्ज, नौकरी या व्यापार में परेशानी का सामना कर रहे हैं, उन्हें इस दिन विधिपूर्वक गणेश पूजन और व्रत अवश्य करना चाहिए। गणपति बप्पा की कृपा से सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होगा।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।