भौम प्रदोष व्रत 2025, शिव और हनुमान की कृपा पाने का श्रेष्ठ अवसर

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व माना जाता है। प्रत्येक त्रयोदशी तिथि को आने वाले इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जब यह व्रत मंगलवार को पड़ता है, तो इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। मंगलवार का दिन मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है, जो ऊर्जा, साहस और ऋण मुक्ति का कारक माना जाता है। इस दिन शिव जी के साथ-साथ हनुमान जी की आराधना करना भी अत्यंत फलदायी माना जाता है।
भौम प्रदोष व्रत का महत्व
भौम प्रदोष व्रत को अत्यंत शुभ माना जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो कर्ज से मुक्ति, स्वास्थ्य लाभ, और मंगल दोष निवारण की इच्छा रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिपूर्वक व्रत करने से जीवन में सकारात्मकता आती है और समस्त प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। जो लोग कर्ज से परेशान हैं, वे इस दिन भगवान शिव का अभिषेक कर ऋण से शीघ्र मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
भौम प्रदोष व्रत की पूजा विधि
भौम प्रदोष व्रत की पूजा का सही विधि-विधान से पालन करने से शिव और हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और भगवान शिव का ध्यान करें। संध्या समय जब प्रदोष काल प्रारंभ हो, तब निम्नलिखित विधि से पूजा करें:
* भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक करें।
* बिल्व पत्र, धतूरा और सफेद फूल शिवलिंग पर अर्पित करें।
* घी का दीपक जलाएं और शिव चालीसा का पाठ करें।
* हनुमान जी को सिंदूर और चोला चढ़ाएं।
* हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
* भगवान शिव और हनुमान जी की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।
* इस व्रत को करने से विशेष रूप से मंगल दोष, कर्ज की समस्या, और शारीरिक कष्टों से राहत मिलती है।
भौम प्रदोष व्रत के विशेष उपाय
अगर आप जीवन की कुछ विशेष समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो भौम प्रदोष के दिन कुछ आसान उपाय करने से लाभ प्राप्त किया जा सकता है:
. कर्ज मुक्ति के लिए: शिवलिंग पर गुड़ और जल मिलाकर अभिषेक करें।
. धन प्राप्ति के लिए: भगवान शिव को चावल और सफेद मिठाई अर्पित करें।
. स्वास्थ्य सुधार के लिए: हनुमान जी को चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करें।
. विवाह संबंधी समस्या के लिए: रुद्राक्ष की माला से "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
भौम प्रदोष का फल
भौम प्रदोष व्रत रखने वाले जातकों को जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होती है। यह व्रत विशेष रूप से मंगल ग्रह की अशुभता को कम करने, परिवार में खुशहाली लाने, और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में सहायक होता है। जो लोग अपने व्यवसाय या करियर में बाधाओं का सामना कर रहे हैं, वे इस दिन शिव जी की आराधना कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
भौम प्रदोष व्रत 2025 एक अद्भुत अवसर है भगवान शिव और हनुमान जी की कृपा पाने का। इस दिन किए गए धार्मिक अनुष्ठान और उपाय जीवन की कठिनाइयों को समाप्त कर सकते हैं। यदि कोई जातक आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा है या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रस्त है, तो उसे इस व्रत का पालन अवश्य करना चाहिए। भगवान शिव और हनुमान जी की कृपा से सभी दुखों का निवारण संभव है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।