साधना को स्वाति बनाने की नींव रख दी बसपाई नेता ने
- In मुख्य समाचार 21 Jan 2019 6:19 PM IST
अनुराग तिवारी
बीजेपी हो कांग्रेस हो, बसपा हो या फिर सपा घर को आग लग गई घर के चिराग से, वाली समस्या से त्रस्त हैं. बीजेपी और कांग्रेस के नेता तो कालिदास बने ही हुए हैं, ताजा मामला बीएसपी का है. सपा से गठबंधन के बाद एक अदद बढ़िया मुद्दे की तलाश में बैठी बहन जी को मुगलसराय की बीजेपी विधायक साधना सिंह ने ट्रे में रखकर मुद्दा सौंप दिया था.
रणनीति बनी थी कि साधना सिंह के किन्नर वाले बयान को कायदे से भुनाया जाएगा और इस पर कोई पलटवार नहीं करेगा. बीएसपी के नेता और कार्यकर्ता गांव-गांव घूमकर दलित समुदाय के बीच साधना सिंह का बयान सामने रख दलित स्वाभिमान की बात करेंगे. इसी रणनीति के चलते तीन दिन बीत जाने पर भी सतीश चन्द्र मिश्रा के अलावा किसी ने पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
दरअसल बीएसपी साधना सिंह को स्वाति सिंह की तरह शहादत नही देना चाहती थी. पिछली बार नसीमुद्दीन किए कराए पर पानी फेर दयाशंकर सिंह की पत्नी और बेटी पर अभद्र टिप्पणी का बैठे और मामला जो बीएसपी के पक्ष में था, वह पलटकर बीजेपी के पाले में आ गिरा. बीएसपी जिस मुद्दे को लेकर विधान सभा चुनावों में चुनावी फायदा उठाना चाह रही थी, उस पर नसीमुद्दीन की एक गलती भारी पड़ गई. बीजेपी ने मौकी नजाकत को समझते हुए स्वाति सिंह को बीजेपी यूपी महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से विधायक बनी और अब योगी सरकार में मंत्री हैं...और नसीमुद्दीन कांग्रेस में
साधना सिंह वाले मामले में भी बीजेपी ठाकुरद्वारा से बीएसपी विधायक रहे विजय यादव को धन्यवाद दे रही होगी कि उन्होंने बैठे-बिठाए मामला पलट दिया.