कल से आरंभ होगा चैत्र माह, जानें शुभ मुहूर्त, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और राहुकाल

कल से आरंभ होगा चैत्र माह, जानें शुभ मुहूर्त, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और राहुकाल
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हिंदू पंचांग के अनुसार, शनिवार, 15 मार्च 2025 से चैत्र माह की शुरुआत हो रही है। चैत्र मास को हिंदू नववर्ष का प्रारंभिक महीना माना जाता है और यह धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस माह में देवी-देवताओं की आराधना विशेष रूप से की जाती है, और नवरात्रि जैसे प्रमुख पर्व भी इसी माह में आते हैं। इस दिन का विशेष महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह नए कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है।

15 मार्च 2025 का पंचांग एवं शुभ मुहूर्त

चैत्र मास के पहले दिन का पंचांग जानना आवश्यक है, ताकि दिनभर के कार्यों को शुभ मुहूर्त के अनुसार संपन्न किया जा सके। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफलता प्राप्त करते हैं और जीवन में सकारात्मकता लाते हैं।

🔹 सूर्योदय एवं सूर्यास्त का समय:

सूर्योदय: प्रातः 06:28 बजे

सूर्यास्त: सायं 06:31 बजे

🔹 राहुकाल (अशुभ समय):

राहुकाल में शुभ कार्य करने की मनाही होती है, इस समय कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।

शनिवार का राहुकाल: प्रातः 09:00 बजे से 10:30 बजे तक

🔹 अभिजीत मुहूर्त (सबसे शुभ समय):

अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:58 बजे से 12:47 बजे तक

चैत्र माह का महत्व

चैत्र माह को हिंदू नववर्ष की शुरुआत माना जाता है। इस माह में देवी दुर्गा की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसी महीने में वासंतिक नवरात्रि आती है, जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है। इसके अलावा, भगवान राम का जन्म भी इसी माह में हुआ था, जिसे रामनवमी के रूप में मनाया जाता है।

शनिवार का विशेष महत्व

चूंकि इस बार चैत्र माह की शुरुआत शनिवार से हो रही है, इसलिए यह दिन शनि देव की आराधना के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। इस दिन शनि देव की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए यह दिन विशेष रूप से लाभकारी रहेगा।

क्या करें

✅ इस दिन किसी नए कार्य की शुरुआत करना शुभ होता है।

✅ भगवान विष्णु, माता दुर्गा और शनि देव की पूजा करें।

✅ जरूरतमंद लोगों को भोजन और वस्त्र दान करें।

क्या न करें?

❌ राहुकाल के दौरान किसी शुभ कार्य की शुरुआत न करें।

❌ इस दिन क्रोध और वाद-विवाद से बचें।

❌ झूठ और छल-कपट से दूर रहें।

चैत्र माह की शुरुआत के साथ ही हिंदू नववर्ष का शुभारंभ हो जाता है। ऐसे में यह दिन आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से विशेष होता है। शुभ मुहूर्त में पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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