चैत्र नवरात्रि 2025, माता रानी के आगमन और प्रस्थान का विशेष संयोग, जानिए क्या है इसका महत्व
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हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है, यह शक्ति की उपासना का पर्व है, जिसमें माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि के दौरान माता के आगमन और प्रस्थान की सवारी का विशेष संकेत माना जाता है, जो भविष्य में होने वाली परिस्थितियों की ओर इशारा करता है।
चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत और समापन दोनों ही रविवार के दिन हो रहा है, जिसके कारण इस बार माता की सवारी हाथी होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब माँ दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो यह समृद्धि, वर्षा और खुशहाली का संकेत देता है। आइए जानते हैं कि इस विशेष संयोग का क्या प्रभाव होगा और इसका धार्मिक महत्व क्या है।
माँ दुर्गा के आगमन और प्रस्थान की सवारी का महत्व
धार्मिक ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में माँ दुर्गा की सवारी सप्ताह के पहले दिन के अनुसार तय होती है, जबकि प्रस्थान की सवारी नवरात्रि के अंतिम दिन के दिन से मानी जाती है।
हाथी पर आगमन – जब माँ दुर्गा हाथी पर आती हैं, तो इसे बहुत शुभ माना जाता है। यह संकेत देता है कि वर्षा पर्याप्त होगी, भूमि उपजाऊ रहेगी और देश में समृद्धि आएगी। किसान वर्ग के लिए यह शुभ संकेत माना जाता है क्योंकि अच्छी वर्षा से कृषि उत्पादन बेहतर होता है।
हाथी पर प्रस्थान – यदि माता का प्रस्थान भी हाथी पर होता है, तो इसका तात्पर्य यह है कि प्राकृतिक संतुलन बना रहेगा, अन्न-धन की वृद्धि होगी और लोगों में धार्मिक आस्था और सद्भावना बनी रहेगी।
चैत्र नवरात्रि 2025: महत्वपूर्ण तिथियां और पूजा विधि
शुभारंभ: 30 मार्च 2025, रविवार
समापन (दशमी तिथि): 7 अप्रैल 2025, रविवार
कलश स्थापना मुहूर्त: प्रातःकाल (सटीक मुहूर्त पंचांग के अनुसार देखा जाएगा)
पूजा विधि:
* कलश स्थापना कर माँ दुर्गा का आह्वान करें।
* अखंड ज्योति जलाएं और नौ दिनों तक नियमपूर्वक उपवास रखें।
* प्रत्येक दिन माँ दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा करें।
* अष्टमी या नवमी तिथि पर कन्या पूजन करें।
* नवमी तिथि को हवन और भंडारे का आयोजन करें।
कैसा रहेगा यह संयोग?
इस बार चैत्र नवरात्रि रविवार से प्रारंभ होकर रविवार को समाप्त हो रही है, जिससे यह हाथी पर आगमन और प्रस्थान का संयोग बना रही है। यह एक अत्यंत शुभ संयोग माना जाता है और इसका प्रभाव पूरे विश्व पर देखने को मिलेगा।
. आर्थिक वृद्धि: व्यापार और उद्योग क्षेत्र में प्रगति होगी।
. अच्छी वर्षा: कृषि क्षेत्र में अच्छी उपज होने की संभावना है।
. राजनीतिक स्थिरता: देश में नई नीतियां और सुधार देखने को मिल सकते हैं।
. धार्मिक उन्नति: आध्यात्मिकता और धार्मिक अनुष्ठानों में वृद्धि होगी।
चैत्र नवरात्रि 2025 इस बार बहुत ही शुभ योग लेकर आ रही है। माँ दुर्गा का हाथी पर आगमन और प्रस्थान पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह वर्ष उन्नति, खुशहाली और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है। इस नवरात्रि में माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा-अर्चना करें और शुभ फल प्राप्त करें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।