फाल्गुन मास 2025 की शुरुआत, आज 13 फरवरी से शुभ संयोगों के साथ प्रारंभ हुआ पावन माह

फाल्गुन मास 2025 की शुरुआत, आज 13 फरवरी से शुभ संयोगों के साथ प्रारंभ हुआ पावन माह
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हिंदू पंचांग के अनुसार, 13 फरवरी 2025 से फाल्गुन माह का आगमन हो चुका है। इस माह का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है क्योंकि यह भक्ति, उल्लास और परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है। फाल्गुन मास में ही महाशिवरात्रि, होलिका दहन और होली जैसे बड़े पर्व मनाए जाते हैं। इस साल, फाल्गुन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस माह की शुरुआत और भी पावन हो गई है।

पंचांग के अनुसार आज का शुभ मुहूर्त

13 फरवरी 2025 को पंचांग के अनुसार, दिन कई शुभ संयोग लेकर आया है। शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त और दिशा शूल का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है।

🔹 प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 13 फरवरी 2025, प्रातः 04:52 बजे

🔹 प्रतिपदा तिथि समाप्त: 14 फरवरी 2025, प्रातः 06:30 बजे

🔹 सूर्योदय: प्रातः 06:55 बजे

🔹 सूर्यास्त: सायं 06:20 बजे

🔹 शुभ योग: शुक्ल योग और ब्रह्म योग का संयोग

🔹 दिशा शूल: गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा वर्जित मानी जाती है। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो गुड़ खाकर प्रस्थान करना शुभ रहेगा।

राहुकाल का समय (अशुभ मुहूर्त)

राहुकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है, क्योंकि यह समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है।

🔸 राहुकाल का समय: दोपहर 02:00 बजे से 03:30 बजे तक

🔸 गुलिक काल: प्रातः 09:30 बजे से 11:00 बजे तक

🔸 यमगंड काल: प्रातः 06:55 बजे से 08:30 बजे तक

फाल्गुन मास में बनने वाले प्रमुख योग और विशेष पर्व

फाल्गुन मास में कई महत्वपूर्ण योग और पर्व पड़ते हैं, जिनका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है:

🔹 महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025) – भगवान शिव की आराधना का सबसे बड़ा दिन।

🔹 फाल्गुन पूर्णिमा (13 मार्च 2025) – होलिका दहन और पूजन का विशेष पर्व।

🔹 होली (14 मार्च 2025) – रंगों का महापर्व, जो भाईचारे और आनंद का प्रतीक है।

🔹 अमावस्या तिथि – पितृ तर्पण और स्नान-दान के लिए उत्तम मानी जाती है।

फाल्गुन मास में शुभ कार्य और धार्मिक अनुष्ठान

फाल्गुन मास को भक्ति, साधना और उपासना का महीना माना जाता है। इस दौरान निम्नलिखित कार्य करने से अत्यधिक शुभ फल की प्राप्ति होती है:

✅ भगवान विष्णु और शिव की आराधना – इस माह में शिव और श्रीकृष्ण की विशेष पूजा से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

✅ दान-पुण्य – जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।

✅ होली से पूर्व होलिका पूजन – बुरी शक्तियों को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का अवसर।

✅ गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय जाप – नकारात्मक प्रभावों से बचाव के लिए शुभ माने जाते हैं।

13 फरवरी 2025 से फाल्गुन मास का आगमन हो चुका है, जो आध्यात्मिक उन्नति, उल्लास और भक्ति का महीना माना जाता है। शुभ योगों के साथ इस माह की शुरुआत होने से यह समय शुभ कार्यों और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त और राहुकाल का ध्यान रखते हुए पूजा-पाठ, दान-पुण्य और ध्यान साधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुति पर आधारित है | पब्लिक खबर इसमें दी गयी जानकारी और तथ्यों की सत्यता और संपूर्णता की पुष्टि नहीं करता है |

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