फाल्गुन मास 2025 का आरंभ, 13 फरवरी से शुरू होगा रंगों और उल्लास का पावन पर्व

फाल्गुन मास 2025 का आरंभ, 13 फरवरी से शुरू होगा रंगों और उल्लास का पावन पर्व
X

फाल्गुन मास का स्वागत:

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास का शुभारंभ 13 फरवरी 2025, गुरुवार के दिन होने जा रहा है। यह महीना खास तौर पर रंगों, प्रेम, और अध्यात्मिक उल्लास का प्रतीक है। फाल्गुन मास को हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस अवधि में कई प्रमुख व्रत, त्योहार और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं।

फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व:

फाल्गुन मास न केवल ऋतु परिवर्तन का संकेत है, बल्कि यह भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिकता का संगम भी है। इस महीने भगवान विष्णु के अवतारों की पूजा के साथ-साथ राधा-कृष्ण की लीलाओं का विशेष महत्व होता है।

प्रमुख पर्व और त्योहार:

1. महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025): भगवान शिव की आराधना का सबसे बड़ा पर्व।

2. होली (13 मार्च 2025): रंगों का त्योहार जो फाल्गुन पूर्णिमा को मनाया जाता है।

3. फाल्गुन अमावस्या: पितरों के तर्पण और पवित्र स्नान का विशेष महत्व।

4. गौरी पूजन और व्रत: विशेष रूप से महिलाओं के लिए सौभाग्यवर्धक व्रत।

फाल्गुन मास के दौरान किए जाने वाले शुभ कार्य:

* भगवान कृष्ण और राधा की भक्ति: मथुरा-वृंदावन में इस महीने रासलीला का विशेष आयोजन होता है।

* दान-पुण्य: जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना पुण्यकारी होता है।

* होलिका दहन की तैयारी: बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में विशेष पूजन और हवन।

आध्यात्मिक लाभ:

फाल्गुन मास में भक्ति, ध्यान और सत्संग के माध्यम से मानसिक शांति और आध्यात्मिक जागृति प्राप्त होती है। इस महीने की खास बात यह है कि इसमें उल्लास और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

13 फरवरी 2025 से शुरू होने वाला फाल्गुन मास एक ऐसा समय है जब प्रकृति रंगों से सराबोर होती है और लोगों के जीवन में खुशियों की बहार आ जाती है। यह महीना प्रेम, समरसता और धार्मिक आस्था को और गहरा करने का अवसर प्रदान करता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुति पर आधारित है | पब्लिक खबर इसमें दी गयी जानकारी और तथ्यों की सत्यता और संपूर्णता की पुष्टि नहीं करता है |

Tags:
Next Story
Share it