गुप्त नवरात्रि 2025, तंत्र साधना और विशेष पूजा का शुभ अवसर
- In मुख्य समाचार 24 Jan 2025 12:21 PM IST
सनातन धर्म में नवरात्र का महत्व:
सनातन धर्म में नवरात्र को अत्यधिक पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। नवरात्र के नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। इन नौ दिनों के दौरान भक्तजन उपवास रखते हैं और मां जगदंबा के चरणों में अपने भक्ति भाव को अर्पित करते हैं। नवरात्र मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं—शारदीय नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि, और दो गुप्त नवरात्रि। इनमें गुप्त नवरात्रि का एक विशेष महत्व है, खासकर उन साधकों के लिए जो तंत्र साधना या गुप्त विद्याओं में रुचि रखते हैं।
गुप्त नवरात्रि 2025: तिथियां और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2025 में गुप्त नवरात्रि का आरंभ 30 जनवरी 2025 से होगा और यह 7 फरवरी 2025 तक चलेगी। इन नौ दिनों में देवी दुर्गा की उपासना का महत्व अत्यधिक है।
गुप्त नवरात्रि का शुभ आरंभ:
आरंभ तिथि: 30 जनवरी 2025 (गुरुवार)
अष्टमी तिथि: 6 फरवरी 2025 (बुधवार)
नवमी तिथि: 7 फरवरी 2025 (गुरुवार)
गुप्त नवरात्रि का महत्व और विशेषताएं
1. तंत्र साधना के लिए खास अवसर:
गुप्त नवरात्रि मुख्य रूप से तंत्र साधना और गुप्त विद्याओं के अभ्यास के लिए जानी जाती है। तांत्रिक और साधक इस अवधि में विशेष अनुष्ठानों और मंत्र साधना के माध्यम से आत्मिक और मानसिक शक्तियों को जागृत करने का प्रयास करते हैं।
2. देवी दुर्गा की गुप्त आराधना:
इस नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ गुप्त स्वरूपों की पूजा की जाती है। इन स्वरूपों की आराधना से साधक आध्यात्मिक ज्ञान और मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।
3. धन और समृद्धि का वरदान:
ऐसा माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से घर में धन, समृद्धि और शांति का आगमन होता है। व्यापार और करियर में भी सफलता के योग बनते हैं।
गुप्त नवरात्रि में पूजा की विधि
गुप्त नवरात्रि में विशेष अनुष्ठान और साधनाएँ की जाती हैं। साधारण भक्त भी इन नौ दिनों में देवी दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।
* कलश स्थापना: गुप्त नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें।
* मां दुर्गा की आरती: सुबह और शाम देवी दुर्गा की आरती करें।
* गुप्त मंत्रों का जाप: तंत्र साधना करने वाले साधक गुप्त मंत्रों का जाप करते हैं।
* उपवास और ध्यान: इन नौ दिनों में उपवास रखकर ध्यान और साधना करना लाभकारी होता है।
गुप्त नवरात्रि का लाभ किन्हें मिलेगा?
1. आध्यात्मिक साधक: जो लोग आध्यात्मिक उन्नति और तंत्र विद्या में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह नवरात्रि बहुत फलदायी है।
2. व्यापारी और नौकरीपेशा लोग: गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी की पूजा करने से करियर और व्यापार में सफलता प्राप्त हो सकती है।
3. आम भक्त: सामान्य भक्तजन भी इस दौरान मां दुर्गा की उपासना कर सकते हैं और जीवन में शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व तंत्र साधना में
गुप्त नवरात्रि विशेष रूप से उन साधकों के लिए महत्वपूर्ण है जो तंत्र और गुप्त साधनाओं में पारंगत होना चाहते हैं। इस समय किए गए अनुष्ठानों का प्रभाव साधकों की साधना को सिद्धि तक पहुँचाने में सहायक होता है।
गुप्त नवरात्रि 2025, 30 जनवरी से 7 फरवरी तक, एक ऐसा शुभ अवसर है जब भक्त और साधक मां दुर्गा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यह नौ दिनों की अवधि आत्मा को शुद्ध करने, गुप्त शक्तियों को जागृत करने और जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए आदर्श समय है। यदि आप इन नौ दिनों में विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं, तो देवी दुर्गा का आशीर्वाद अवश्य मिलेगा।
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