गुरु ग्रह का मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश 10 अप्रैल से, 63 दिनों तक इन राशियों को करियर में मिलेगी सफलता और भाग्य का साथ

गुरु ग्रह का मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश 10 अप्रैल से, 63 दिनों तक इन राशियों को करियर में मिलेगी सफलता और भाग्य का साथ
X

वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को ज्ञान, धन, समृद्धि और करियर की दिशा देने वाला शुभ ग्रह माना गया है। इसका गोचर जीवन के कई पहलुओं पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस बार 10 अप्रैल 2025 को गुरु ग्रह एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय परिवर्तन करने जा रहा है। वह रोहिणी नक्षत्र को छोड़कर मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह परिवर्तन न केवल राशि चक्र की स्थिति को प्रभावित करेगा, बल्कि कुछ खास राशियों के लिए यह समय करियर, शिक्षा और आर्थिक मामलों में उन्नति का द्वार खोलने वाला साबित हो सकता है।

गुरु जब मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करता है, तो यह परिवर्तन बहुत ही शुभ संकेत लेकर आता है क्योंकि मृगशिरा नक्षत्र को चंद्रमा की ऊर्जा प्राप्त होती है और इसमें विश्लेषणात्मक बुद्धि, रचनात्मकता और आगे बढ़ने की क्षमता प्रबल होती है। गुरु इस नक्षत्र में 63 दिनों तक यानी लगभग दो महीनों तक स्थित रहेगा, इस दौरान जिन राशियों पर इसका शुभ प्रभाव पड़ेगा, उनके लिए यह समय सुनहरे अवसरों से भरा रहेगा।

जानिए मृगशिरा नक्षत्र में गुरु गोचर का किन राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा शुभ प्रभाव:

1. मिथुन राशि:

मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। करियर में नई संभावनाएं बनेंगी और रुके हुए काम तेजी से पूरे होंगे। जो लोग किसी इंटरव्यू या नौकरी के अवसर की प्रतीक्षा में थे, उन्हें सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। शिक्षा, प्रतियोगिता और व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए यह समय अनुकूल है।

2. कन्या राशि:

कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर आर्थिक समृद्धि लेकर आएगा। पुराने निवेश से लाभ मिलेगा और नई योजनाओं में सफलता मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन और स्थानांतरण की संभावनाएं बन सकती हैं। साथ ही, इस अवधि में आप नेतृत्व के अवसरों की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

3. मकर राशि:

मकर राशि के लिए यह गोचर करियर में स्थिरता और नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने का संकेत देता है। व्यवसाय में साझेदारी लाभदायक सिद्ध होगी और नई जिम्मेदारियां भी मिल सकती हैं। विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और विदेश से जुड़ी योजनाओं में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।

4. मीन राशि:

मीन राशि के जातकों के लिए यह समय भाग्य में वृद्धि और मानसिक शांति का रहेगा। गुरु के प्रभाव से अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी और लंबे समय से अटके कामों में गति आएगी। जो लोग किसी क्रिएटिव फील्ड या रिसर्च कार्य से जुड़े हैं, उनके लिए यह गोचर अत्यंत शुभ रहेगा।

क्यों खास है गुरु का मृगशिरा नक्षत्र में गोचर?

मृगशिरा नक्षत्र एक खोजी स्वभाव, ज्ञान की प्यास और रचनात्मक सोच को दर्शाता है। जब गुरु जैसा ज्ञान का कारक ग्रह इस नक्षत्र में प्रवेश करता है, तो यह समय व्यक्तियों को अपनी क्षमताओं को निखारने और सही दिशा में आगे बढ़ने का अवसर देता है। यह गोचर उन सभी लोगों के लिए भी अहम है जो अपने करियर या व्यवसाय में लंबे समय से बदलाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

इस गोचर से जुड़ी एक खास बात यह भी है कि गुरु ग्रह जब मृगशिरा में होता है, तो वह मानसिक स्थिरता के साथ-साथ निर्णय क्षमता को भी मजबूत करता है।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

Tags:
Next Story
Share it