होली 2025 पर लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें सूतक काल, प्रभाव और बचाव के उपाय

होली 2025 पर लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें सूतक काल, प्रभाव और बचाव के उपाय
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साल 2025 में होली के पावन पर्व पर एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना घटित होगी। इस बार रंगों के त्योहार के दिन चंद्र ग्रहण पड़ रहा है, जिससे इसका धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व और भी बढ़ गया है। ग्रहण काल के दौरान विशेष सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसका प्रभाव न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि स्वास्थ्य और जीवनशैली पर भी पड़ता है। आइए जानते हैं इस ग्रहण का समय, सूतक काल, इससे जुड़ी मान्यताएं और बचाव के लिए आवश्यक उपाय।

होली 2025 पर चंद्र ग्रहण: तिथि और समय

होली का पर्व 13 मार्च 2025 को मनाया जाएगा, लेकिन इस दिन एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना भी घटित होगी—चंद्र ग्रहण। यह ग्रहण भारत समेत कई अन्य देशों में दिखाई देगा, जिससे इसका धार्मिक प्रभाव भी व्यापक होगा।

चंद्र ग्रहण 2025 का समय:

🔹 ग्रहण प्रारंभ: रात 10:12 बजे

🔹 ग्रहण समाप्त: रात 03:28 बजे

🔹 सूतक काल आरंभ: दोपहर 02:00 बजे से

सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे पूर्व ही शुरू हो जाता है, जिसके दौरान मंदिरों के पट बंद हो जाते हैं और शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।

चंद्र ग्रहण का धार्मिक और ज्योतिषीय प्रभाव

चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर अलग-अलग होगा। खासतौर पर मेष, कर्क, तुला और मकर राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे मानसिक और शारीरिक असंतुलन हो सकता है।

ग्रहण के दौरान ये राशियां रहें सतर्क:

* मेष: स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है, भावनात्मक तनाव बढ़ सकता है।

* कर्क: पारिवारिक जीवन में मतभेद हो सकते हैं, सेहत का ध्यान रखें।

* तुला: आर्थिक मामलों में सतर्क रहें, गलत निर्णय न लें।

* मकर: यात्रा करने से बचें, जोखिम भरे कामों में सावधानी बरतें।

ग्रहण के दौरान क्या न करें?

🔴 भोजन का सेवन न करें: ग्रहण के दौरान भोजन को अपवित्र माना जाता है, इसलिए इसे ग्रहण समाप्ति के बाद ही करना चाहिए।

🔴 मंदिरों के द्वार बंद रहते हैं: पूजा-पाठ से बचें, क्योंकि इस समय देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं किया जाता।

🔴 गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान रखें: इस दौरान घर से बाहर निकलने और तेज रोशनी के संपर्क में आने से बचें, क्योंकि इसका असर शिशु पर पड़ सकता है।

🔴 नकारात्मक विचारों से बचें: ग्रहण काल के दौरान क्रोध, नकारात्मक सोच और वाद-विवाद से बचना चाहिए।

ग्रहण के दौरान क्या करें?

✅ मंत्र जाप और हनुमान चालीसा का पाठ करें: ग्रहण काल के दौरान मंत्रों का उच्चारण शुभ माना जाता है।

✅ तुलसी के पत्ते डालकर भोजन और पानी को दूषित होने से बचाएं।

✅ स्नान और दान करें: ग्रहण समाप्त होने के बाद गंगाजल स्नान करें और जरूरतमंदों को दान दें।

✅ भगवान शिव की आराधना करें: ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए शिवलिंग पर जल चढ़ाना विशेष रूप से लाभकारी होता है।

क्या होली पर चंद्र ग्रहण अशुभ माना जाता है?

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव समस्त सृष्टि पर पड़ता है, लेकिन होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। अतः यह ग्रहण कोई विशेष नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा। हां, इस दौरान धार्मिक नियमों का पालन करना आवश्यक रहेगा ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।

होली 2025 पर लगने वाले चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है। यह ग्रहण कुछ राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जबकि अन्य के लिए शुभ फलदायक भी हो सकता है। इस दौरान धार्मिक नियमों का पालन करना, मंत्र जाप करना और ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए विशेष उपाय अपनाना अत्यंत लाभकारी रहेगा। ग्रहण समाप्त होते ही स्नान कर दान-पुण्य करें और शुभता की ओर अग्रसर हों।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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