होली 2025 पर बन रहे विशेष योग, जानें पूजा विधि और शुभ प्रभाव

होली 2025 पर बन रहे विशेष योग, जानें पूजा विधि और शुभ प्रभाव
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होली का त्योहार न केवल रंगों और उल्लास का प्रतीक है, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी इसका विशेष महत्व है। इस वर्ष, फाल्गुन पूर्णिमा के दिन शिववास योग समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं, जो इसे और भी पवित्र एवं फलदायी बनाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु और शिव की उपासना से साधक की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है।

शिववास योग और अन्य शुभ संयोग

होली पर इस वर्ष शिववास योग का संयोग बन रहा है, जो अत्यंत मंगलकारी माना जाता है। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्टों का नाश होता है और जीवन में स्थायी शांति और समृद्धि आती है। इसके अलावा, कुछ अन्य शुभ योग भी इस दिन बन रहे हैं, जिनमें सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग शामिल हैं। ये योग किसी भी कार्य को सफल बनाने में सहायक होते हैं और विशेष रूप से पूजा-पाठ एवं धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उत्तम माने जाते हैं।

भगवान विष्णु और शिव की पूजा का महत्व

होली पर भगवान विष्णु की उपासना करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह दिन भक्तों को भगवान की कृपा प्राप्त करने और सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों से बचाव का अवसर प्रदान करता है। इस दिन विशेष मंत्रों का जाप और पूजा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

होली पर विष्णु और शिव पूजा की विधि

स्नान और शुद्धिकरण – प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजन स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।

भगवान विष्णु की आराधना – पीले फूल, चंदन, तुलसीदल और प्रसाद अर्पित करें।

शिव पूजन – शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और धतूरा अर्पित करें।

मंत्र जाप –

भगवान विष्णु के लिए – ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

भगवान शिव के लिए – ॐ नमः शिवाय

होली दहन के समय विशेष प्रार्थना – मन की शुद्धि और समस्त कष्टों से मुक्ति की कामना करें।

होली का धार्मिक और सामाजिक महत्व

होली केवल रंगों और उमंग का पर्व नहीं है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है। इस दिन लोग पुराने गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे के गले लगते हैं और प्रेम और सौहार्द का संदेश देते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पर्व भक्त प्रह्लाद और होलिका की कथा से जुड़ा हुआ है, जो हमें सिखाती है कि सत्य और भक्ति की सदा विजय होती है।

इस बार की होली 2025 खास है क्योंकि इस दिन बन रहे शुभ योग इसे और अधिक मंगलकारी बना रहे हैं। यदि सही विधि से पूजा-अर्चना की जाए, तो साधक को जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस पावन अवसर पर भगवान विष्णु और शिव की आराधना अवश्य करें और रंगों के इस पर्व को धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से और अधिक मंगलकारी बनाएं।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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