होलिका दहन में समर्पित करें ये विशेष सामग्री, जानें क्या चढ़ाना शुभ और क्या करना चाहिए वर्जित

होलिका दहन में समर्पित करें ये विशेष सामग्री, जानें क्या चढ़ाना शुभ और क्या करना चाहिए वर्जित
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हिंदू धर्म में होलिका दहन को विशेष महत्व प्राप्त है। मान्यता है कि इस दिन अग्नि देव की विशेष कृपा होती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। ऐसे में होलिका दहन में समर्पित की जाने वाली सामग्रियों का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सही विधि से होलिका की पूजा करने और शुभ सामग्री अर्पित करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वहीं, कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें होलिका की अग्नि में अर्पित करना अशुभ माना जाता है। इसलिए यह जानना आवश्यक है कि क्या चढ़ाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए।

होलिका दहन में चढ़ाने योग्य सामग्री

1. नए अन्न के दाने: होलिका दहन के समय गेहूं, चना और मूंग जैसे नए अनाजों को अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

2. गंगाजल: शुद्धता और पवित्रता बनाए रखने के लिए होलिका में गंगाजल छिड़कना शुभ माना जाता है।

3. कपूर और नारियल: होलिका में कपूर और नारियल अर्पित करने से जीवन में सकारात्मकता आती है और समस्त दोषों का नाश होता है।

4. गुड़ और तिल: यह सामग्री होलिका दहन के समय अर्पित करने से सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।

5. सूखे गोबर के उपले: इन्हें होलिका में डालने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और वास्तु दोष भी समाप्त होता है।

होलिका दहन में क्या नहीं चढ़ाना चाहिए?

* बासी या खराब भोजन: किसी भी प्रकार का सड़ा-गला भोजन या बासी चीजें होलिका में अर्पित नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।

* चमड़े की चीजें: होलिका की अग्नि में चमड़े से बनी कोई भी वस्तु डालना अशुभ माना जाता है।

* नमक: होलिका में नमक चढ़ाने से घर में आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है।

* तुलसी पत्ते: तुलसी को बहुत पवित्र माना जाता है और इसे जलाना अशुभ होता है।

* लोहे या स्टील के सामान: धातु से बनी चीजें होलिका में डालने से घर में कलह-क्लेश बढ़ सकता है।

होलिका दहन का आध्यात्मिक महत्व

होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन लोग अपनी नकारात्मकता और दुखों को अग्नि को समर्पित करते हैं और नई ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने का संकल्प लेते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, होलिका दहन के समय की गई प्रार्थना और अनुष्ठान व्यक्ति को सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति दिलाते हैं।

होलिका दहन केवल एक परंपरा नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक प्रक्रिया भी है। सही विधि से पूजा करने और शुद्ध सामग्रियों का उपयोग करने से न केवल व्यक्ति का जीवन सुखमय होता है बल्कि परिवार में भी सकारात्मकता बनी रहती है। इसलिए, इस पावन अवसर पर शुभ सामग्रियों को होलिका में अर्पित करें और गलत चीजों से बचें, ताकि होली का यह त्योहार आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लेकर आए।

यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।

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