होलिका दहन की राख का क्या करें? जानिए इसके चमत्कारी लाभ और धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म में होली का पर्व सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जिसमें बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीकात्मक दहन किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि होलिका दहन के बाद बची हुई राख का विशेष महत्व होता है? इसे केवल जला हुआ अवशेष मानकर नजरअंदाज करना सही नहीं है, क्योंकि यह राख कई तरह के लाभ प्रदान कर सकती है।
होलिका दहन की राख का धार्मिक महत्व
होलिका दहन के बाद बची हुई राख को पवित्र और ऊर्जा से भरपूर माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस राख को माथे पर तिलक लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और व्यक्ति को सकारात्मक शक्ति प्राप्त होती है। कई स्थानों पर इस राख को घर में सुख-समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
राख के उपयोग और अद्भुत लाभ
1. नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है
मान्यता है कि होलिका दहन की राख को घर के मुख्य द्वार पर छिड़कने से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती और घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है।
2. त्वचा संबंधी समस्याओं में लाभकारी
आयुर्वेद के अनुसार, होलिका दहन की राख को सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से त्वचा संबंधी रोग, जैसे खुजली और जलन में राहत मिलती है। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक के रूप में काम करता है।
3. धन और सुख-समृद्धि में वृद्धि
कई लोग होलिका की राख को अपने तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर रखते हैं, जिससे धन वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहती है।
4. ग्रह दोष और बुरी नजर से बचाव
अगर किसी व्यक्ति पर बुरी नजर या नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव महसूस हो रहा है, तो इस राख को हल्दी में मिलाकर माथे पर तिलक लगाने से इसका असर खत्म हो जाता है।
5. कृषि में उर्वरक के रूप में उपयोग
कई किसान इस राख को खेतों में छिड़कते हैं, क्योंकि इसे मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और फसलों को कीटों से बचाने में सहायक माना जाता है।
कैसे करें राख का सही उपयोग?
तिलक के रूप में उपयोग – होलिका दहन के बाद की राख को माथे पर लगाएं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
मुख्य द्वार पर छिड़कें – इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।
पूजा स्थान पर रखें – यदि संभव हो तो इस राख को एक छोटे कपड़े में बांधकर घर के पूजा स्थल पर रखें।
फसलों में डालें – कृषि कार्यों में इस राख को मिलाकर मिट्टी में डालें, जिससे फसलों को लाभ मिलेगा।
होलिका दहन की राख केवल जले हुए अवशेषों का ढेर नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी होती है। यदि इसे सही तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति लेकर आ सकती है। अगली बार जब आप होली मनाएं, तो इस राख का सदुपयोग करना न भूलें और इसके चमत्कारी लाभों का अनुभव करें।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।