केतु का सूर्य की राशि में प्रवेश डेढ़ साल बाद, इन राशियों को मिलेगा अपार धन लाभ और समाज में प्रतिष्ठा

वैदिक ज्योतिष में केतु एक रहस्यमय और प्रभावशाली छाया ग्रह माना गया है, जो व्यक्ति के कर्म, अध्यात्म और गूढ़ अनुभवों से जुड़ा होता है। यह ग्रह जब किसी राशि में गोचर करता है, तो उसका असर गहरा और दीर्घकालिक होता है। इस बार केतु एक बड़े ज्योतिषीय परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है। लगभग डेढ़ साल बाद, वह सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करने वाला है। यह परिवर्तन न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष है, बल्कि कुछ खास राशियों के लिए यह धन, पद और प्रतिष्ठा की नई राहें खोल सकता है।
केतु का यह गोचर मई 2025 की शुरुआत में होने जा रहा है, और यह कई राशियों की किस्मत को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। सिंह राशि सूर्य की अपनी स्वयं की राशि है, और जब केतु जैसे गूढ़ ग्रह का गोचर इसमें होता है, तो यह सामाजिक सम्मान, राजनीतिक सफलता, पदोन्नति और अचानक आर्थिक लाभ जैसी स्थितियों को जन्म देता है।
किन राशियों को होगा केतु के इस गोचर से सबसे ज्यादा लाभ?
1. वृषभ राशि:
वृषभ राशि के जातकों के लिए केतु का यह गोचर भाग्य में जबरदस्त उछाल लाएगा। अचानक धन लाभ, करियर में सफलता और समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों को पदोन्नति या नई जिम्मेदारी मिल सकती है। साथ ही, लंबी यात्राओं से भी लाभ मिलने के योग बनेंगे।
2. सिंह राशि:
केतु का अपनी राशि में गोचर सिंह राशि के लिए विशेष फलदायी होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, नेतृत्व के गुण उभरकर सामने आएंगे। समाज में मान-सम्मान और प्रभाव बढ़ेगा। जो लोग राजनीति, प्रशासन या मीडिया से जुड़े हैं, उन्हें विशेष लाभ हो सकता है।
3. वृश्चिक राशि:
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय अचानक लाभ और छवि निर्माण का रहेगा। छिपी हुई प्रतिभा सामने आएगी और लोग आपकी सलाह को महत्व देंगे। जो लोग रिसर्च, गुप्त विज्ञान या टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं, उन्हें अपने क्षेत्र में नई उपलब्धियां मिल सकती हैं।
4. मकर राशि:
केतु का यह गोचर मकर राशि के जातकों को आर्थिक मजबूती देने वाला है। निवेश से लाभ और भूमि या संपत्ति से जुड़े मामलों में सफलता मिलेगी। साथ ही, समाज में सम्मान और पहचान भी बढ़ेगी। ये समय प्रोफेशनल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए श्रेष्ठ है।
केतु का सिंह राशि में गोचर: क्यों है खास?
केतु और सूर्य दोनों ही प्रभावशाली ग्रह हैं — एक आत्मा का प्रतिनिधि है तो दूसरा छाया का। जब छाया ग्रह केतु सूर्य की राशि में प्रवेश करता है, तो यह गूढ़ता, नेतृत्व और आध्यात्मिक गहराई को प्रकट करता है। यह गोचर व्यक्तियों को आत्मविश्लेषण के साथ-साथ आत्मविश्वास से भी भरता है। जो लोग अपने करियर में लंबे समय से स्थिरता की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए यह गोचर वरदान साबित हो सकता है।
केतु का सिंह में प्रवेश लोगों की छवि, पब्लिक रिलेशन और सामाजिक कद को बढ़ाता है। इस गोचर के दौरान ऐसे लोगों को पहचान मिलती है जो अब तक परदे के पीछे काम कर रहे थे। यह समय आपको लाइमलाइट में ला सकता है।
इस दौरान क्या करें?
* अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रखें और आत्मनिरीक्षण करें।
* अहंकार से दूर रहें, वरना लाभ के स्थान पर हानि हो सकती है।
* सूर्य और केतु के अनुकूल प्रभाव के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र या केतु मंत्र का जाप करें।
* जरूरतमंदों की सेवा करें, खासकर नेत्रहीनों और साधुओं की सहायता करें।
केतु का सूर्य की राशि में प्रवेश न केवल एक ज्योतिषीय घटना है, बल्कि यह जीवन में गहराई, संतुलन और सफलता की नई राहें खोल सकता है। यदि आप उपयुक्त प्रयास करें और सही दिशा में कदम बढ़ाएं, तो यह गोचर आपके लिए जीवन का टर्निंग पॉइंट बन सकता है।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।