बयानबाजी में उलझे तेज प्रताप को पड़ी मां राबड़ी से डांट, पढ़िए ये हैं कारण
- In मुख्य समाचार 5 Jan 2019 1:28 PM IST
पटना. आखिरकार मां की ममता को एक तरफ कर राबड़ी देवी को राजनीतिज्ञ का वतार लेना ही पड़ा. पटना के पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से अपनी अपनी दावेदारी भर रहे आरजेडी और परिवार के सदस्यों में तकरार की नौबत आते देख पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को हस्तक्षेप करना पड़ा. शुक्रवार सुबह उन्होंने अपने बड़े पुत्र तेजप्रताप और भाई वीरेंद्र को फोन पर कसकर डांट पिलाई और बयानबाजी न करने की हिदयात दी. राबड़ी देवी ने दोनों से साफ कह दिया है कि चुनाव से पहले इस तरह के तकरार और बखेड़ा पार्टी पर गलत असर डालेगा.
राबड़ी देवी की कॉल के बाद भाई वीरेंद्र ने आवास पर जाकर अपना पक्ष रखा. राबड़ी देवी की डांट के बाद शुक्रवार की सुबह से ही दोनों पक्षों के तेवर में नरमी देखी गई है. छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तो इस मामले में पहले ही अपना दो टूक निर्णय सुना दिया था कि पार्टी के कैंडिडेट्स का चुनाव करने का अधिकार सिर्फ उनके पिता लालू यादव के पास है.
एक दिन पहले अपनी ही पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता भाई वीरेंद्र को औकात में रहने की नसीहत देने वाले तेज प्रताप ने आरजेडी ऑफिस में जनता दरबार लगाया और मीडिया के सवालों के जवाब में विवादित बयान से परहेज किया.
तेजस्वी की लाइन पर ही तेज प्रताप ने कहा कि मैंने तो पहले ही कह दिया था कि कैंडिडेट का चुनाव आलाकमान के स्तर से ही होगा. हालांकि उन्होंने बदले लहजे में इतना जरूर कहा कि दीदी मीसा भारती की पैरवी मैंने महिला के नाते की थी. वह लगातार अपने क्षेत्र में काम और प्रचार कर रही हैं. इसलिए उनकी दावेदारी बनती है.
राबड़ी के सरकारी आवास से निकलने के बाद भाई वीरेंद्र ने भी कहा कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है. सबकुछ ठीक है. उन्होंने लालू को अपना गॉड फादर बताया और कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष जो चाहेंगे वही होगा. भाई वीरेंद्र ने खुद को पार्टी का वफादार सिपाही बताया.